85 हजार विदेशी परिंदों से गुलजार हुआ पौंग बांध
संवाद सूत्र, नगरोटा सूरियां : अंतरराष्ट्रीय रामसर वेटलैंड पौंग बांध में 52 प्रजातियों के 85 हजार
संवाद सूत्र, नगरोटा सूरियां : अंतरराष्ट्रीय रामसर वेटलैंड पौंग बांध में 52 प्रजातियों के 85 हजार विदेशी परिंदे पहुंच चुके हैं। ये आंकड़ा 15 दिसंबर तक की हुई रूटीन गणना का है। यहां बता दें कि अक्टूबर माह में सर्दियों की शुरुआत के साथ ही ट्रांस हिमालयन में झीलों के जमने के साथ ही विदेशी परिंदे पौंग बांध की ओर रुख करना शुरू कर देते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार विदेशी परिंदों की संख्या डेढ़ लाख तक पहुंच सकती है, क्योंकि अभी एक माह से ज्यादा का समय वार्षिक गणना के लिए शेष है।
विदेशी परिंदे 20 से 40 डिग्री तापमान तक आराम महसूस करते हैं। वहीं, पौंग झील कागड़ा जिला के नूरपुर तथा देहरा वन मंडलों के तहत 307 वर्ग किलोमीटर लंबी है। इस पक्षी बिहार झील को देशभर में मेहमान पक्षियों का पसंदीदा स्थल माना जाता है। समुद्र तल से 1450 मीटर ऊंचाई पर स्थित इस झील को स्पेन में वर्ष 2002 में आयोजित पर्यावरणविदों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में रामसर साइट का दर्जा दिया गया था।
करीब 180 किलोमीटर के बीच क्षेत्र में फैली इस झील में बीते साल 2016 में कुल 2.5 लाख भारतीय तथा विदेशी पक्षी रिकॉर्ड किए गए थे, जिनमें अनेक दुर्लभ प्रजातियों के पक्षी शामिल रहे। पौंग वेटलैंड में भारत में विद्यमान पक्षियों की कुल 77 प्रजातियों में से 54 प्रजातियों की 230 उपजातिया पाई जाती हैं।
वहीं, मेहमान पक्षियों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के लिए सर्दियों में सुरक्षा की दृष्टि से चौकसी बढ़ा दी जाती है। इनका शिकार न हो, इसके लिए स्वयंसेवकों की सेवाएं ली जाती हैं तथा स्टाफ को अधिकतम सतर्क करके रात को गश्त भी की जाती है। वन विभाग के वन्य प्राणी संरक्षण विंग ने इस बार नगरोटा सूरिया के पास प्रवेशद्वार पर सीसीटीवी कैमरा भी लगा रखा है। लेकिन पक्षी प्रेमियों का कहना है कि विभाग विदेशी परिंदों की सुरक्षा के लिए नगरोटा सूरिया के पास बने प्रवेशद्वार पर तो सतर्क है, लेकिन गुगलाडा, लुदरेट, नंदपुर भटोली व हरिपुर क्षेत्रों में प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा रामभरोसे ही है।
वन्य प्राणी विभाग के वनमंडल हमीरपुर के डीएफओ कृष्ण कुमार के मुताबिक अभी तक 85 हजार परिंदे पहुंच चुके हैं। चुनाव आचार संहिता हटते ही पौंग झील में प्रवेश द्वार से रिक्शे लगाए जाएंगे। वन्य प्राणी संरक्षण विभाग पौंग झील में प्रवासी परिंदों को देखने के लिए पर्यटकों को शीघ्र ही हर सुविधा प्रदान करेगा।