नूरपुर स्कूल बस हादसा: दो मई से फिर खुलेगा गुरचाल स्कूल
स्कूल परिसर में एकत्रित हुए करीब 100 अभिभावकों ने प्रमाण पत्र लेने से इन्कार कर बच्चों को किसी अन्य स्कूल में दाखिल करवाने से मना कर दिया
नूरपुर, जेएनएन। मलकवालठेहड़ संपर्क मार्ग पर चेली गांव में हुए स्कूल बस हादसे के बाद बजीर राम सिंह पठानिया मेमोरियल स्कूल गुरचाल को बंद करने के फैसले को अभिभावकों के दबाव में स्कूल प्रबंधन ने वापस ले लिया है। हादसे के बाद से बंद हुए इस स्कूल को अब दो मई से शुरू करने की सहमति बन गई है। स्कूल में पढ़ने वाले 23 बच्चों समेत 28 लोगों की नौ अप्रैल को चेली गांव में बस हादसे में दर्दनाक मौत हो गई थी। इस शैक्षणिक सत्र में स्कूल में 178 बच्चों ने दाखिला लिया था।
सत्र के शुरुआत में ही इस दुखद हादसे के बाद स्कूल पर ताला लटका पड़ा था। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने और हादसे से आहत प्रबंधन ने स्कूल को बंद करने का फैसला लेते हुए अभिभावकों को अपने बच्चों के अन्य जगह दाखिल करने के लिए स्कूल ट्रांसफर सर्टिफिकेट लेने के लिए बुलाया था। शुक्रवार को नूरपुर खंड
प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा की उपस्थिति में स्कूल परिसर में एकत्रित हुए करीब 100 अभिभावकों ने प्रमाण पत्र लेने से इन्कार कर बच्चों को किसी अन्य स्कूल में दाखिल करवाने से मना कर दिया। अभिभावकों की दलील थी कि वे अपने बच्चों को इसी स्कूल में पढ़ाने के इच्छुक हैं।
उधर, वजीर राम सिंह पठानिया मेमोरियल स्कूल के अध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि बच्चों के अभिभावकों के दबाव के बाद स्कूल को दो मई को फिर से खोला जा रहा है। उन्होंने बताया कि गुरचाल, मलकवाल, डन्नी, सदवां और बागौला जैसे आसपास के गांवों के रहने वाले बच्चों को दाखिले के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही स्कूल प्रबंधन माता-पिता पर न्यूनतम वित्तीय बोझ के साथ गुणवत्ता शिक्षा प्रदान करने की कोशिश करेगा। छात्रों की सुरक्षा से संबंधित मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। प्रबंधन बच्चों की अपनी परिवहन सुविधा को प्राथमिकता देगा, लेकिन इसे केवल माता-पिता के परामर्श के बाद ही प्रदान किया जा सकता है।