गोशाला में छिपाकर रखे सीमेंट के 60 बैग भी बने पत्थर
परागपुर की बढलठोर पंचायत में सरकारी सीमेंट की बर्बादी का एक और मामला सामने आया है। 68 और बैग सरकारी समेंट के बर्बाद हो गए हैं।
संवाद सूत्र, गरली : बढलठोर पंचायत के वार्ड तीन में पत्थर बने सरकारी सीमेंट के 90 बैग के मामले की अभी जांच पूरी भी नहीं हुई है। अब वार्ड एक में भी और 60 बैग पत्थर बनने का मामला सामने आ गया है। इन्हें एक गोशाला में छिपाकर रखा गया था। इस कारण पंचायत में करवाए गए तमाम विकास कार्य भी संदेह के घेरे में आ गए हैं। ये बैग शंभू दत्त की गोशाला में रखे गए थे।
हालांकि पहले मामले में बीडीओ परागपुर ने उच्चस्तरीय जांच बैठा दी है। दूसरा मामला तब सामने आया जब गोशाला के मालिक शंभू दत्त धीमान ने खुद इसकी शिकायत बीडीसी नीना शर्मा से की। मौके पर पहुंची बीडीसी नीना शर्मा पत्थर बन चुके इस सरकारी सीमेंट को देख दंग रह गई। उन्होंने कहा कि बढलठोर के हर वार्ड के संपर्क रास्ते खड्ड बने हुए हैं और उनके निर्माण कार्य के लिय आया यह सरकारी सीमेंट ही बर्बाद हो गया है। ये दु:खद है।
शिकायतकर्ता शंभू दत्त धीमान, सतपाल, मंजू बाला व अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि करीब दो माह पहले स्थानीय पचायत प्रतिनिधियों ने धीमान बस्ती से खड्ड तक करीब 70 मीटर लंबा रास्ता पक्का करने के लिए यह 60 बैग सरकारी सीमेंट गोशाला में रखा था। कई बार पचायत प्रतिनिधियों को कहने के बावजूद रास्ते का कार्य शुरू करवाना तो दूर सीमेंट की भी सुध तक नहीं ली गई। इससे ये सीमेंट बर्बाद हो गया। यही नहीं 16 अन्य और बैग भी खराब हुए हैं। स्थानीय बा¨शदों ने उपायुक्त कांगड़ा व बीडीओ परागपुर से यहां बर्बाद हो चुके सरकारी सीमेंट के संबंध में निरीक्षण कर कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।
तीन दिन पहले इसी ग्राम पचायत के वार्ड नंबर तीन में 90 बैग सरकारी सीमेंट पत्थर बनने की शिकायत आई थी, लेकिन अब वार्ड नंबर एक में सरकारी सीमेंट के 76 बैग और खराब होने का मामला हुआ है।
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सरकारी सीमेंट खराब होने के लिए बीडीओ कार्यालय जिम्मेदार है। बरसात के दिनों में रास्ते का निर्माण कार्य न करवाने के लिए बीडीओ कार्यालय से निर्देश दिए गए थे। इस वजह से ये सीमेंट खराब हुआ है, जिसकी भरपाई की जानी चाहिए।
-राजकुमार, प्रधान बढलठोर पंचायत।
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सरकारी सीमेंट का खराब होना गंभीर विषय है। इस संबंध में उच्चस्तरीय जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उससे रिकवरी कर कार्रवाई की जाएगी।
-अश्वनी शर्मा, जिला पंचायत अधिकारी कांगडा।