जनता के सहयोग से रोकेगें जंगलों की आग
वनों का नष्ट होना मानव जीवन के लिए घातक सिद्ध होने वाला है। पेड़ विहीन क्षेत्र में जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण सांस रूपी आक्सीजन की कमी पाई जाती है। इसलिए पेड़ों का नष्ट होना मानव जाति का हमेशा के लिए सांस रोक देने वाला सिद्ध होगा। यह शब्द अरण्यपाल हमीरपुर अनिल
संवाद सहयोगी, देहरा : वनों का नष्ट होना मानव जीवन के लिए घातक है। पेड़ विहीन क्षेत्र में ऑक्सीजन की कमी पाई जाती है। इसलिए पेड़ों का नष्ट होना मानव जाति का हमेशा के लिए सांस रोक देने वाला सिद्ध होगा। यह शब्द अरण्यपाल हमीरपुर अनिल जोशी ने देहरा में आग से वन बचाओ जागरूकता शिविर के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहे। जोशी ने कहा कि वन पर्यावरण को शुद्ध रखने के साथ साथ अच्छी बरसात एवं अच्छी फसल जैसे मानव जीवन के लिए अति महत्वपूर्ण पहलुओं की जान हैं। वनों को संरक्षित करके मानव अपनी ही नहीं बल्कि अपनी आने वाली पीढि़यों के सुरक्षित जीवन के लिए अपना योगदान देता है। जोशी ने कहा कि व्यक्ति को अपने, अपनी संतान के जन्म दिवस, विवाह के अवसर एवम बुजुर्गों की याद में पौधारोपण करके पर्यावरण को मजबूत करने की दिशा में योगदान देना चाहिए। वन मंडल अधिकारी आरके डोगरा ने कहा कि गर्मियों में आग लगने से वनों को सबसे अधिक हानि पहुंचती है। इस सब को देखते हुए वन मंडल देहरा के तहत आने वाले सभी वन कर्मियों की फायर सीजन के दौरान छुट्टियां रद कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि घासनियों को जलाने के चक्कर में वन आग का शिकार होते हैं। इस सब को रोकने के लिए वन विभाग आम जनता से मिल कर सामुदायिक रूप से काम करेगा। इस अवसर पर वन कर्मियों ने वनों के महत्व को दर्शाते हुए एक लघु नाटिका का मंचन भी किया। कार्यक्रम में एसडीएम देहरा धनवीर ठाकुर, रेंजर अरुण कुमार, रेंजर पवन कुमार, एसएचओ देहरा प्यारे लाल, शिवनाथ की प्रधान रंजना नरोत्रा सहित आदि उपस्थित रहे।