घटेगी दूरी, बढ़ेगा धार्मिक पर्यटन
मुनीष गारिया धर्मशाला देवभूमि में शक्तिपीठों के दर्शन के बाद श्रीनगर के भद्रवाह स्थित वास
मुनीष गारिया, धर्मशाला
देवभूमि में शक्तिपीठों के दर्शन के बाद श्रीनगर के भद्रवाह स्थित वासूकी नाग के दर्शन करने वालों को हिमाचल से श्रीनगर जाने के लिए अब पठानकोट और जम्मू जाने की जरूरत नहीं होगी। अब लोग सीधे हिमाचल से भद्रवाह वासूकी नाग और श्रीनगर पहुंच सकते हैं। इससे दूरी घटेगी और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यह संभव हुआ है हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग की बदौलत। पर्यटन विभाग ने ऊना से श्रीनगर के लिए नया रूट खोजा है।
यह रूट पठानकोट होकर नहीं बल्कि नूरपुर से जिला चंबा होकर सीधे डोडा पहुंचेगा। खास बात यह है कि नए रूट से दूरी भी कम होगी। मंगलवार को केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री ने रूट का अनावरण किया। वैकल्पिक मार्ग (ऊना-धमर्शाला-भद्रवाह-अनंतनाग- श्रीनगर) को विवि के पर्यटन विभाग ने जनतीर्थ मार्ग नाम दिया है। कुलपति ने कहा कि श्रीनगर को प्रदेश के अन्य भागों से जोड़ने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए। हिमाचल प्रदेश के ऊना से शुरू होकर यह रूट प्रदेश के विभिन्न धार्मिक स्थलों से होता हुआ जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में भद्रवाह में प्रवेश करेगा। भद्रवाह से बाटोट और अनंतनाग की सड़क से श्रीनगर पहुंचा जा सकता है। इस रूट को पुनर्जीवित, विकसित और लोकप्रिय बनाने के लिए हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग ने प्रयास शुरू किए हैं। भद्रवाह में वासूकी नाग का मंदिर प्रसिद्ध है और यहां हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में जो लोग हिमाचल घूमने आते हैं वे इस रास्ते से होकर भद्रवाह पहुंच सकते हैं। यह सड़क बनी हुई है लेकिन इतनी प्रचलित नहीं है इसीलिए विवि के पर्यटन विभाग ने जनजागरण अभियान शुरू किया है। यह रूट सीयू के पर्यटन विभाग अध्यक्ष डॉ. सुमन शर्मा के नेतृत्व में तैयार किया गया है।
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पुराना रूट
ऊना, धर्मशाला, नूरपुर, चक्की पठानकोट, लखनपुर, जम्मू, कठुआ, धवाला, विजयपुर, ऊधमपुर, पत्नीटोप, रामवन, अनंतनाग, पंपौर व श्रीनगर। (कुल दूरी 548 किलोमीटर)
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नया रूट
ऊना, धर्मशाला, शाहपुर, नूरपुर, बकलोह, चंबा, भद्रवाह, बाटोट, अनंतनाग, श्रीनगर। (कुल दूरी 493 किलोमीटर)।
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सीयू की ओर से बनाए गए नए रूट प्लान के हिसाब से ऊना से श्रीनगर की दूरी 55 किलोमीटर कम हो जाएगी। पुराने रूट के हिसाब से ऊना से श्रीनगर की दूरी 548 किलोमीटर थी, जो कि अब 493 रह जाएगी। हिमाचल से श्रीनगर तक कई धार्मिक स्थल हैं और नए रूट प्लान के हिसाब ऐसे सभी मंदिर कवर हो जाएंगे। सीयू का प्रयास है कि प्रदेश के अनछुए पर्यटन स्थलों को भी बढ़ावा दिया जाए।
-डॉ. कुलदीप चंद अग्निहोत्री, कुलपति हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विवि