चामुंडा मंदिर में धीमी गति से हो रहे विकास कार्य
श्री चामुंडा नंदिकेश्वर मंदिर के कई विकास कार्य अभी भी पूरे नहीं हो पाए हैं।
संवाद सहयोगी, योल : श्री चामुंडा नंदीकेश्वर मंदिर के कई विकास कार्य अभी भी पूरे नहीं हो पाए हैं, जबकि प्रशासन ने पिछले वर्ष से चल रहे इन कार्यो को इस वर्ष के अंत तक पूरा करने का दावा किया है। हालांकि ऐसा हो पाना मुश्किल लग रहा है।
अनुमानित 104 करोड़ से हो रहा शिव मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य अभी तक आधा भी नहीं हो पाया है। दूसरी ओर तीन वर्ष से डोगरा रेजीमेंट द्वार से लंगर भवन तक सड़क के सुधारीकरण का कार्य अभी तक एक तरफ केसीसीबी तक ही बन पाया है। हालांकि वर्ष 2016-17 के दौरान उपरोक्त सड़क के विस्तारीकरण के लिए अनुमानित 40 लाख के बजट का प्रावधान किया गया था, लेकिन तकनीकी प्रक्रियाओं को निपटाने में इतना समय बीत गया। वर्तमान में मंदिर को जोड़ने वाली इस सड़क के कुछ हिस्से को छोड़ कर शेष खस्ताहाल ही है। यही हाल मंदिर परिसर का है। यहां एशियन डेवलपमेंट बैंक की ओर से अनुमानित साढ़े पांच करोड़ से मंदिर के सुंदरीकरण का कार्य वर्ष 2016-17 से चला हुआ है, जबकि लक्ष्य अप्रैल 2019 का है, लेकिन समय अवधि में कार्य पूरा होने के अभी कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। इस वजह से जहां मंदिर जाने वाले रास्ते खस्ताहाल हैं, वहीं सराय भवन भी न होने से श्रद्धालुओं को ठहरने की दिक्कत हो रही है। हालांकि मंदिर न्यास की बैठक में वर्ष 2018 के दौरान अनुमानित 13 करोड़ रुपये विकास कार्यो पर खर्च करने का निर्णय लिया है, लेकिन अभी तक पुराने विकास कार्य ही लटके पडे़ हैं तो ऐसे में शेष कार्य कैसे हो पाएंगे।
एसडीएम एवं सहायक मंदिर आयुक्त धर्मेश रामोत्रा ने बताया कि इस संबंध में ठेकेदारों को निर्धारित समय में कार्य पूरा करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।