कोरोना को मात देकर फिर जनसेवा में जुटे डीसी
जागरण संवाददाता धर्मशाला कोरोना से जंग जीतकर 27 दिन बाद कार्यालय में आए डीसी कांगड़ा ि
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : कोरोना से जंग जीतकर 27 दिन बाद कार्यालय में आए डीसी कांगड़ा फिर से जनसेवा में जुट गए हैं। कार्यालय में उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों से बात की और अनुभव साझा किए। राकेश प्रजापति जिले के ऐसे पहले प्रशासनिक अधिकारी रहे हैं, जिन्होंने कोरोना की आहट पाते ही जिले को संभाला और स्थितियां बिगड़ने नहीं दी थीं। भले ही वह स्वजनों समेत कोरोना संक्रमित हुए, लेकिन महामारी से जंग जीतकर कार्यालय में लौट आए हैं। कार्यालय में आते ही उन्होंने पर्यटकों व लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने का फैसला लिया है।
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कोरोना से जंग में मास्क जरूरी
डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए जब तक टीका नहीं बन जाता तब तक सभी को मास्क पहनना जरूरी है। वर्तमान में महामारी से बचाव के लिए यह जरूरी है कि मास्क पहनें और शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें।
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प्रवेश स्थलों पर पर्यटकों को किया जाएगा जागरूक
बाहरी राज्यों से हिमाचल प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को प्रवेश स्थलों पर ही मास्क पहनने व शारीरिक दूरी बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन योजना तैयार कर रहा है। एक इश्तहार तैयार किया जाएगा जिसमें तमाम तरह की जानकारी पर्यटकों के लिए उपलब्ध रहेगी। जागरूकता इश्तहार को सीमा क्षेत्र के एंट्री प्वाइंटों पर तैनात पुलिस के माध्यम से पर्यटकों को एंट्री पर ही दिया जाएगा। इसके लिए जल्द पुलिस अधीक्षक से बैठक कर चर्चा की जाएगी।
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नियमों के उल्लंघन पर होगी कार्रवाई
जागरूकता के बावजूद अगर पर्यटक जिले में पहुंचकर नियमों का उल्लंघन करेंगे तो उनके खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। कोविड काल में यह जरूरी है कि जब तक दवा नहीं बन जाती तब तक सभी कोविड-19 के नियमों का पालन करें।
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सात सितंबर को संक्रमित हुए थे डीसी
डीसी सात सितंबर को कोरोना संक्रमित हुए थे और खुद को होम आइसोलेट कर लिया था। इसके बाद उनकी नन्ही बेटी व पत्नी भी महामारी की चपेट में आई थीं। 25 सितंबर को कोरोना को मात देकर स्वजनों सहित एंबुलेंस से घर पहुंचे थे। इसके बाद होम आइसोलेशन में रहने के बाद सोमवार को कार्यालय पहुंचे।