Move to Jagran APP

कांग्रेस मिटने नहीं देगी दूसरी राजधानी का स्वरूप : मुकेश

दूसरी राजधानी के मुद्दे पर कांग्रेस ने पूरी तरह से फ्रंट फुट पर आकर भाजपा को इस मामले में घेरा है। भाजपा निचले क्षेत्रों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है। विशेषकर धर्मशाला जिसे कि प्रदेश की दूसरी राजधानी का दर्जा कांग्रेस सरकार ने दिया था उसे भाजपा का ही वरिष्ठ नेतृत्व आज नकार रहा है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 16 Oct 2019 07:10 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:33 AM (IST)
कांग्रेस मिटने नहीं देगी दूसरी 
राजधानी का स्वरूप : मुकेश
कांग्रेस मिटने नहीं देगी दूसरी राजधानी का स्वरूप : मुकेश

जागरण संवाददाता, धर्मशाला : दूसरी राजधानी के मुद्दे पर कांग्रेस ने फ्रंट फुट पर आकर भाजपा को घेरा है। भाजपा निचले क्षेत्रों से भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है। विशेषकर धर्मशाला, जिसे प्रदेश की दूसरी राजधानी का दर्जा कांग्रेस सरकार ने दिया था लेकिन भाजपा का वरिष्ठ नेतृत्व वर्तमान में इसे नकार रहा है। कांग्रेस का स्पष्ट मत है कि वह दूसरी राजधानी के स्वरूप मिटने नहीं देगी। यह कांग्रेस का आधिकारिक बयान भी है। यह बात बुधवार को धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कही।

loksabha election banner

उन्होंने कहा, दूसरी राजधानी के मुद्दे पर भाजपा की यह गलत अवधारणा है कि यहां आधारभूत ढांचा ही नहीं है और कोई भी विकास नहीं हुआ है। कहा कि दूसरी राजधानी ही नहीं बल्कि भाजपा सरकार धर्मशाला के स्वरूप को बदलने की कोशिश में है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह समय भी आएगा, जब दूसरी राजधानी धर्मशाला के कर्मचारियों को राजधानी भत्ता भी दिया जाएगा। शीतकालीन प्रवास की रिवायत को निभाना भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। हालात ये हैं कि नगर निगम को आगे बढ़ने से रोका जा रहा है और स्मार्ट सिटी के लिए किसी तरह के फंड का कोई प्रावधान नहीं है। बकौल मुकेश, इन्वेस्टर मीट के लिए सरकारी कंपनियों के साथ ही एमओयू रिन्यू किए जा रहे हैं। कहा कि हर माह एक हजार करोड़ रुपये का कर्ज लेने वाली सरकार कैसे इन्वेस्टर मीट को सफल बना पाएगी। इस दौरान मुकेश अग्निहोत्री के साथ विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि उपचुनाव में चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। कहा कि स्वास्थ्य मंत्री की ओर से पैसों का प्रलोभन देने का मामला सबके समक्ष है। उन्होंने मांग उठाई की स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार पर प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाया जाए। पत्र बम पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि इसमें भ्रष्टाचार के कई आरोप भाजपा नेताओं पर लगे थे, लेकिन अभी तक सरकार इस बाबत स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.