63.39 फीसद रहा हिमाचल में दसवीं का परीक्षा परिणाम, मेरिट में निजी स्कूलों का दबदबा
मेरिट में कांगड़ा जिले के छात्रों का दबदबा रहा है। मेरिट में 11 स्थान जिला कांगड़ा के छात्रों ने झटके
धर्मशाला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में इस बार भी बेटियों ने दबदबा कायम रखा है। 58 छात्रों की मेरिट सूची में 45 स्थानों पर बेटियों ने कब्जा किया। पिछले वर्ष के परीक्षा परिणाम में भी लड़कियां आगे रही थीं। इस वर्ष दसवीं का परीक्षा परिणाम 63.39 प्रतिशत रहा है। मेरिट में निजी स्कूलों का दबदबा रहा, जबकि सरकारी स्कूलों के छात्र नहीं टिक पाए। प्रदेश के 52 निजी स्कूली छात्रों ने मेरिट में स्थान हासिल कर नाम रोशन किया।
मंडी जिले के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला करसोग की छात्रा प्रितांजलि सेन व सरस्वती विद्या मंदिर चुराग की अनविक्षा ने 690/700 अंक (98.57 फीसद) हासिल कर प्रदेशभर में प्रथम स्थान हासिल किया है। द न्यू ईरा स्कूल ऑफ साइंसिस छतड़ी, जिला कांगड़ा की सोनम व सनशाइन पब्लिक स्कूल पद्मनगर, रामपुर बुशहर के राहुल कुमार ने 98.43 प्रतिशत अंक लेकर दूसरा स्थान पाया।
तीसरे स्थान पर चार विद्यार्थी रहे। इनमें हिम सर्वोदय सीनियर सेकेंडरी स्कूल घुमारवीं की निहारिका शर्मा, राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल बगधार, जिला चंबा की वंशिता, अराधना पब्लिक स्कूल रोहडू की श्रेया व करियर एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल नाहन की रिधिमा ने 98.29 प्रतिशत अंक लिए। इस बार परीक्षा परिणाम पिछले वर्ष के मुकाबले में 4.18 फीसद कम है।
कांगड़ा जिले में सबसे ज्यादा मेरिट
मेरिट में कांगड़ा जिले के छात्रों का दबदबा रहा है। मेरिट में 11 स्थान जिला कांगड़ा के छात्रों ने झटके। जिला ऊना से नौ, सिरमौर व शिमला से आठ-आठ, जिला हमीरपुर से छह, जिला मंडी, बिलासपुर व कुल्लू से चार-चार, चंबा के तीन और किन्नौर से एक छात्र ने मेरिट में स्थान बना अपने जिलों का नाम रोशन किया।
छह दिन पहले निकाला परिणाम
स्कूल शिक्षा बोर्ड ने रिकार्ड समय में इस बार दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित किया है। शैक्षणिक सत्र 2015-16 का दसवीं कक्षा का परिणाम 12 मई, 2016-17 को नौ मई और इस वर्ष तीन मई को घोषित किया गया है।
छह विद्यार्थी ही बचा पाए सरकारी स्कूलों की लाज
सरकारी स्कूलों में स्तरीय एवं गुणात्मक शिक्षा के दावे एक बार फिर खोखले साबित हुए हैं। दसवीं कक्षा के घोषित परीक्षा परिणाम में हालांकि प्रथम स्थान पर रही प्रितांजलि ने सरकारी स्कूलों की लाज तो बचाई है लेकिन मेरिट की एक बड़ी फेहरिस्त में केवल छह ही छात्र सरकारी स्कूलों की नाक को बचा पाए हैं। भले ही निजी स्कूलों छात्र आगे रहे हों लेकिन इनमें बेटियों ने और ऊंचाई को छुआ है। दसवीं की इस बार 58 छात्रों वाली मेरिट सूची में 52 निजी स्कूलों के छात्रों ने अपना दबदबा बनाया जबकि छह सरकारी स्कूलों के छात्र ही मेरिट तक पहुंच पाए। इनमें 45 छात्राओं ने मेरिट सूची में स्थान पाया।
पिछले वर्ष दसवीं कक्षा की मेरिट सूची को देखें तो उस समय केवल जिला हमीरपुर की एक छात्रा ने सरकारी स्कूल का नाम मेरिट में रोशन किया था। भले ही इस वर्ष यह आंकड़ा कुछ बढ़ा है लेकिन उस हिसाब से मेरिट लिस्ट में भी इजाफा हुआ है। मेरिट के आंकड़ों को देखें तो जिला मंडी से दो, जिला चंबा, हमीरपुर, कुल्लू व कांगड़ा से केवल एक-एक छात्र ही मेरिट में आया है।
पहले यह रहा है सरकारी स्कूलों की मेरिट का आंकड़ा
वर्ष 2016 की कुल मेरिट में 40 छात्र थे। इनमें 38 निजी स्कूलों के छात्रों ने अपनी धाक जमाई थी, जबकि दो सरकारी स्कूलों के छात्र थे। वर्ष 2017 की मेरिट में कुल 33 मेधावियों ने स्थान पाया था जिसमें 32 निजी स्कूलों से थे और एक सरकारी स्कूल का था। इस वर्ष 58 छात्रों की मेरिट लिस्ट में 52 निजी स्कूलों तो छह सरकारी स्कूलों के छात्र मेरिट को छू पाएं हैं।
जमा दो एसओएस परीक्षा में 4315 उत्तीर्ण
हिमाचल प्रदेश स्कूल बोर्ड शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) जमा दो कक्षा का परीक्षा परिणाम भी घोषित किया गया है। बोर्ड द्वारा मार्च 2018 में ली गई इस परीक्षा में 15, 294 परीक्षार्थी बैठे थे जिसमें 4315 उत्तीर्ण व 9099 परीक्षार्थियों को रीअपीयर घोषित किया गया है। जबकि अंतिम अवसर समाप्त होने पर 84 छात्र अनुतीर्ण रहे। स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष राजीव शंकर ने बताया कि पुनर्मूल्यांकन व पुनर्निरीक्षण के लिए परीक्षार्थी अपने अध्ययन केंद्र के माध्यम से ऑनलाइन प्रक्रिया से 18 मई तक चार सौ रुपये प्रति विषय पुनर्मूल्यांकन व तीन सौ रुपये प्रति विषय के हिसाब से पुनर्निरीक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। जिन परीक्षार्थियों का परिणाम रीअपीयर घोषित हुआ है और वह श्रेणी सुधार परीक्षा देना चाहते हैं वह आगामी सत्र सिंतबर 2018 के लिए बिना विलम्ब शुल्क 150 रुपये प्रति विषय, कुल विलम्ब शुल्क 250 रुपये सहित 30 जून व 500 रुपये 31 जुलाई तक आवेदन अपने अध्ययन केंद्र के माध्यम से कर ऑनलाइन कर सकते हैं। इन जिलों से सरकारी स्कूलों के छात्र मेरिट में 2018 के परीक्षा परिणाम में जिला मंडी के दो, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू व कांगड़ा से एक-एक ही सरकारी स्कूल का छात्र मेरिट को छू पाया है।
पुनर्मूल्यांकन या पुनर्निरीक्षण के लिए 18 तक आवेदन
स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष राजीव शंकर ने बताया कि जो परीक्षार्थी पुनर्मूल्यांकन या पुनर्निरीक्षण करवाना चाहते हैं, वे पुनर्मूल्यांकन के लिए चार सौ रुपये प्रति उत्तर पुस्तिका व पुनर्निरीक्षण के लिए तीन सौ रुपये प्रति उत्तर पुस्तिका ऑनलाइन 18 मई तक आवेदन कर सकते हैं।