महिलाओं के लिए बंद है देहरा अस्पताल की दहलीज
सिविल अस्पताल देहरा में स्त्री रोग व गायनी विशेषज्ञ का पद सृजित न होने के चलते यह अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए बना ही नहीं है।
संदीप शर्मा, देहरा
भले ही सरकार हर सार्वजनिक मंच पर प्रदेश के बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने की बात करती हो, लेकिन धरातल पर सभी बातें शून्य हैं। बात अगर विधायक होशियार ¨सह के हलके की हो तो यहां 'देहरा कोई नहीं तेरा' की संज्ञा बिलकुल सही साबित होती है। यहां सरकार ने सिविल अस्पताल तो बना दिया है, लेकिन न तो सिविल अस्पताल की तर्ज पर डॉक्टरों के 13 पद सृजित किए हैं और न ही स्त्री रोग विशेषज्ञ का कोई पद है।
सिविल अस्पताल देहरा में स्त्री रोग विशेषज्ञ का पद सृजित न होने के चलते यह अस्पताल गर्भवती महिलाओं के लिए बना ही नहीं है। विशेषज्ञ न होने का मामला तो लंबे समय से उठाया जा रहा है, परंतु सरकार और विभाग के कानों पर आज तक तक जूं रेंगी। अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाने की बात कई बार हुई, परंतु यह सब धरातल पर नहीं आ सकी। ऑपरेशन थियेटर सहायक का पद खाली होने के चलते जरूरत पड़ने पर इसका प्रबंध प्रतिनियुक्ति पर तैनात कर किया जाता है।
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लैब टेक्नीशियन व रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली
देहरा अस्पताल में चिकित्सकों के नौ पद हैं, सभी भरे हुए हैं। लेकिन स्त्री रोग विशेषज्ञ के लिए स्थान ही नहीं बचता है। वहीं लैब टेक्नीशियन व रेडियोलॉजिस्ट नहीं है। स्टाफ स्टाफ नर्स के 14 पद स्वीकृत हैं। इसमें स्टाफ नर्स का एक पद रिक्त है। फार्मासिस्ट के अस्पताल में दो पदों में एक पद व सहायक नेत्र रोग विशेषज्ञ का पद भी खाली चल रहा है।
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क्या कहते हैं लोग
अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ न होने से स्थानीय महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
-सुनीता कुमार, अध्यक्ष नगर परिषद देहरा।
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स्त्री रोग विशेषज्ञ न होने से गर्भवती महिलाओं को सीधे टांडा या निजी अस्पतालों में ले जाने पड़ता है। प्रसव के लिए निजी अस्पतालों में भारी भरकम फीस अदा करनी पड़ती है।
नीलम राणा।
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मुख्य बीमारियों के डॉक्टरों की कमी और अन्य स्टाफ के अभाव के चलते जनता को परेशानी हो रही है, सरकार विभाग को चाहिए कि जनता को बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं।
-रंजना नरोत्रा, प्रधान शिवनाथ पंचायत।
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सीटी स्कैन न होने के चलते लोगों को इससे संबंधित सुविधा के लिए सीधे टांडा का रुख करना पड़ता और भारी किराया देकर स्वास्थ्य लाभ लेना पड़ता है।
-हरबंश मिट्ठू।
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देहरा अस्पताल में सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। बिना विशेषज्ञों के यह अस्पताल मात्र रेफर सेंटर बन कर रह गया है।
तिलज राज।
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सुविधाओं की कमी के बावजूद अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सुविधाओं व स्टाफ की कमी को लेकर उच्चाधिकारियों को लिखित रूप अवगत करवाया गया है।
-डॉ. गुरमीत, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक देहरा।