बजट है फिर भी नाले का तटीकरण नहीं
कई वर्षों से लंबित काम बजट लैप्स होने का मंडरा रहा खतरा संवाद सूत्र ज्वालामुखी बेशक हिमाचल प्रदेश सरकार विकास के मुद्दे को लेकर अपनी पीठ थपथपाती रहे परंतु कई महत्वकांक्षी योजनाएं सरकार की इच्छाशक्ति के बिना धरी की धरी रह जाती हैं। ज्वालामुखी नगर परिषद के अधीन एक नाले को व्यावस्तिथ करने का प्रोजेक्ट इसका जीता जागता उदाहरण है। पिछले तीन साल से प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत हुए 2 करोड़ 50 लाख के बजट पर लैप्स होने के बादल मंडराने लगे हैं।नगर परिषद ज्वालामुखी ने शह
संवाद सूत्र, ज्वालामुखी : बेशक प्रदेश सरकार विकास के मुद्दे को लेकर अपनी पीठ थपथपाती रहे परंतु कई योजनाएं सरकार की इच्छाशक्ति के बिना धरी की धरी रह जाती हैं। ज्वालामुखी नगर परिषद के अधीन एक नाले को व्यवस्थित करने का प्रोजेक्ट इसका जीता जागता उदाहरण है।
तीन साल से प्रोजेक्ट के लिए स्वीकृत हुए 2.50 करोड़ के बजट पर लैप्स होने के बादल मंडराने लगे हैं। नगर परिषद ज्वालामुखी ने शहर की सुंदरता को ग्रहण लगा रहे बाजार के समीप एक नाले को, जोकि प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालाजी मंदिर के बीचोबीच निकलकर शहर से होकर गुजरता है को एक योजना के तहत तटीकरण करने का प्रारूप तैयार किया था। इसके तहत ज्वालामुखी मंदिर के पुराने मार्ग से लेकर टैक्सी स्टैंड तक चैनेलाइजेशन होना था, लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति के बिना इस प्रारूप पर कोई काम न होने के कारण विकास की एक भी ईट नहीं लग पाई है। नाले का तटीकरण करके वहां पर एक बड़ी पार्किंग के साथ शॉपिग कांप्लेक्स का निर्माण करके जहां पार्किंग की समस्या को खत्म करने में सहायता मिलनी थी वहीं कांप्लेक्स बनाकर बेरोजगारों को दुकानें उपलब्ध करवाकर रोजगार भी उपलब्ध होना था। हालांकि नगर परिषद के तमाम सदस्य इस मुद्दे को समय-समय पर नगर परिषद की बैठकों में उठाते रहते हैं। कई बार प्रस्ताव पारित होने के बाबजूद भी प्रोजेक्ट को मूर्तरूप नहीं दिया जा सका है।
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नाले के चैनेलाइजेशन के संबंध में शाहनहर परियोजना की एक एजेंसी से मंत्रणा हुई थी, किन्हीं कारणों से बात सिरे नहीं चढ़ पाई। अब जल्दी इस काम को नए सिरे से शुरू किया जाएगा तथा जलशक्ति विभाग इस काम को करेगा।
-रमेश चंद धवाला, योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष व स्थानीय विधायक।
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नगर परिषद ने नाले के चैनेलाइजेशन के लिए अपनी तरफ से सारी औपचारिकताएं पूरी की हुई हैं। प्रोजेक्ट बड़ा होने के कारण स्थानीय विधायक रमेश चंद धवाला ने शाहनहर प्रोजेक्ट पर काम कर रही एक एजेंसी से इस कार्य को करवाने की बात कही थी, जिस पर नगर परिषद को किसी भी तरह का एतराज नहीं था। बाबजूद इसके यह प्रोजेक्ट कहां लटक गया है उन्हें जानकारी नहीं है।
-भावना सूद, नगर परिषद ज्वालामुखी की प्रधान
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बतौर कार्यकारी अधिकारी ज्वालामुखी नगर परिषद का कार्यभार संभाले हुए कुछ ही समय हुआ है। इस बात की जानकारी है कि नाले के चैनलाइजेशन के लिए पर्याप्त बजट है। काम किन कारणों से नहीं हो पाया है, इसकी समीक्षा की जाएगी।
-कंचन बाला, नगर पंचायत की कार्यकारी अधिकारी।