आपदा से निपटने में पारंगत होंगे पुलिस कर्मी
आपदा प्रबंधन के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अग्रिम खोज व बचाव प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : आपदा प्रबंधन के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में अग्रिम खोज व बचाव विषय पर 14 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार को शुरू हुआ। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कागड़ा संतोष पटियाल व अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एवं आपदा प्रबंधन नोडल अधिकारी मस्त राम भारद्वाज ने इसका शुभारंभ किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कागड़ा, पुलिस विभाग कागड़ा व राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इसमें 35 पुलिस कर्मी भाग ले रहे हैं।
इस मौके पर एसपी संतोष पटियाल ने अग्रिम खोज व बचाव के प्रशिक्षण का महत्व रेखांकित किया। आपदा काल में लोगों को बचाने, घायलों के इलाज के साथ आपदा के बेहतर प्रबंधन के लिए इस तरह के प्रशिक्षण बहुत अहम हैं। संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को खोज, बचाव व प्राथमिक इलाज की जानकारी होनी चाहिए। आपदा काल में सभी विभागों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। अधिकारी और कर्मचारियों को आपदा के समय कर्तव्य व जिम्मेदारी के बारे में भी बताया। जिला कागड़ा भूकंप की दृष्टि से अतिसंवेदनशील क्षेत्र में आता है।
प्राकृतिक आपदाएं कब आएंगी, इसकी सही समय पर जानकारी नहीं होती है, लेकिन पूर्व तैयारी से हानि को कम किया जा सकता है। उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को शिविर के दौरान सभी तरह का प्रशिक्षण लेने के लिए प्रेरित किया। जिला में आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर बनाया गया है। इस केंद्र पर टोल फ्री नंबर 1077 पर फोन कर संपर्क किया जा सकता है। कार्यशाला में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के नवनीत यादव ने कहा कि पहाड़ी राज्य होने के कारण हिमाचल में आपदाओं के घटित होने की अधिक संभावना रहती है। जिला प्रशासन को आपदाओं से निपटने के लिए पूर्णतया तैयार रहना होगा। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बद्री सिंह, सहायक आयुक्त किरण भडाना, एनडीआरएफ के सहायक निरीक्षक राहुल प्रताप सिंह, भानु व रॉबिन मौजूद रहे।