35 परीक्षा केंद्रों में हेलीकॉप्टर से भेजे जाएंगे प्रश्नपत्र
चार मार्च से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं के लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड दुर्गम क्षेत्रों के 35 परीक्षा केंद्रों के लिए प्रश्नपत्र हैलीकॉप्टर से भेजेगा। दो दिनों के भीतर सरकार की स्वीकृति से कुल्लू से प्रश्नपत्रों की सप्लाई इन केंद्रों के ड्रोपिग सेंटरों में भेजी जाएगी। जानकारी के मुताबिक इस बार वार्षिक परीक्षाओं के लिए 2227 परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं। इसमें 35 केंद्र ऐसे हैं जहां सड़क मार्ग की सुधार नहीं है। सड़क सुविधा से वंचित केंद्रों में जिला चंबा के उपमंडल भरमौर के तहत 13 केंद्र पड़ते हैं। उपमंडल तीसा के किलाड़ के 13 व केलांग उदमपुर के अधीन 9 केंद्र हैं। इन केंद्रों के लिए कुल्लू से हैलीकॉप्टर भेजा जाएगा जोकि सभी ड्रोपिग सेंटरों में प्रश्नपत्र छोड़ेगा। यही नहीं 12 मार्च से शुरू होने वाली पाचवीं कक्षा के वार्षिक परीक्षाओं के प्रश्नपत्र भी इसी हैलीकॉप्टर में भेजे जाएंगे
मुनीष गारिया, धर्मशाला
चार मार्च से शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड दुर्गम क्षेत्रों के 35 परीक्षा केंद्रों के लिए प्रश्नपत्र हेलीकॉप्टर से भेजेगा। दो दिन के भीतर सरकार की स्वीकृति से कुल्लू से प्रश्नपत्रों की सप्लाई केंद्रों के ड्रॉपिंग सेंटरों में भेजी जाएगी। इस दफा वार्षिक परीक्षाओं के लिए प्रदेशभर में 2227 परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं और इनमें से 35 ऐसे हैं, जहां सड़कें नहीं हैं। जिला चंबा के उपमंडल भरमौर के तहत ऐसे 13 केंद्र हैं।
उपमंडल तीसा के किलाड़ में 13 व केलंग के तहत नौ केंद्र हैं। इन केंद्रों के लिए कुल्लू से हेलीकॉप्टर भेजा जाएगा, जो कि सभी डॉपिंग सेंटरों में प्रश्नपत्र छोड़ेगा। यही नहीं 12 मार्च से शुरू होने वाली पांचवीं की वार्षिक परीक्षाओं के प्रश्नपत्र भी इसी हेलीकॉप्टर में भेजे जाएंगे। बोर्ड ने इस बार यह भी फैसला लिया है कि हर जिले के लिए एक उड़नदस्ता टीम होगी। इससे पूर्व हर साल शिक्षा बोर्ड अपनी ओर से 30 से 40 उड़नदस्ता टीमें गठित करता था। हर जिले में बोर्ड की एक-एक टीम होने के साथ-साथ उपमंडल स्तर पर एसडीएम की उड़नदस्ता टीम, एक टीम शिक्षा उपनिदेशक व जिला स्तर पर उपप्रधानाचार्यों की टीम होगी। प्रदेशभर में सरकारी व निजी स्कूलों के दो लाख 17 हजार 555 नियमित व राज्य मुक्त विद्यालय (एसओएस) के विद्यार्थी परीक्षा देंगे। नियमित विद्यार्थियों के लिए 2024 जबकि एसओएस के लिए 203 केंद्र बनाए गए हैं।
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53 महिला परीक्षा केंद्र भी बनाए
इस बार बोर्ड ने 53 महिला परीक्षा केंद्र एवं सावित्री बाई फुले परीक्षा केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों में महिला स्टाफ ही तैनात किया जाता है। इस बार बोर्ड ने तय किया है कि महिला परीक्षा केंद्र के बाहर सावित्रीबाई फुले का फोटो एवं इतिहास का बोर्ड लगाया जाएगा। रविवार तक यह सामग्री बोर्ड के पास पहुंच जाएगी। सावित्री बाई ज्योतिराव फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारक एवं मराठी कवयित्री थीं। उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है। 1852 में उन्होंने पुणे में बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की थी।
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दुर्गम क्षेत्रों के केंद्रों के लिए हेलीकॉप्टर से प्रश्नपत्र एक-दो दिन के भीतर भेज दिए जाएंगे। अन्य केंद्रों में सड़क से सामग्री भेजी जाएगी। इस बार बोर्ड ने जिलास्तर पर एक ही उड़नदस्ता टीम बनाई है।
-डॉ. सुरेश कुमार सोनी, अध्यक्ष स्कूल शिक्षा बोर्ड, हिमाचल प्रदेश।
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प्रेक्टिकल परीक्षा प्रश्नपत्र में डाल दिया पुराने सिलेबस का सवाल
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से कंप्यूटर साइंस 12वीं कक्षा का प्रेक्टिकल विवाद में घिर गया है। शिक्षकों ने सारा साल तो विद्यार्थियों को नए पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाया। शनिवार को जब वे प्रेक्टिकल देने आए तो पुराने सिलेबस के अनुसार ही सवाल पूछे गए थे। यह सवाल विद्यार्थियों ने पढ़े ही नहीं थे। हालांकि शुरुआत में तो बहुत प्रश्न पुराने सिलेबस से होने के विद्यार्थियों ने दावे किए, लेकिन अध्ययन में पता चला कि सिर्फ एक प्रश्न पुराने सिलेबस से था। प्रेक्टिकल 25 अंकों का होता है और इसमें 17 अंक थ्योरी के होते हैं जबकि 4 वायवा और चार प्रेक्टिकल फाइल के रहते हैं। उधर बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि सभी परीक्षा अधीक्षक को सूचित कर दिया था कि वह एक प्रश्न अपने विवेक अनुसार बदल दें। यह लापरवाही किस स्तर पर हुई है, इसकी जांच की जाएगी। प्रश्नपत्र सेट करने वाले अध्यापक को प्रश्नपत्र सेट करने वाली कमेटी से बाहर किया जाएगा।