प्रशासनिक मंजूरी न मिलने से फंसा ग्रीन टैक्स का पेंच
बि¨लग घाटी जाने वाली गाड़ियों पर वीरवार से लगने वाले ग्रीन टैक्स की प्रक्रिय
संवाद सहयोगी, बैजनाथ : बि¨लग घाटी जाने वाली गाड़ियों पर वीरवार से लगने वाले ग्रीन टैक्स की प्रक्रिया प्रशासनिक मंजूरी न आने के चलते लटक गई है। हालांकि स्थानीय प्रशासन ने इसकी दरें निर्धारित कर दी हैं। एक-दो दिन में मंजूरी मिलते ही बि¨लग जाने वालों से ग्रीन टैक्स वसूला जाएगा। इसमें टैक्सी चालकों के लिए 70 रुपये की दर निर्धारित की गई है।
पैराग्लाइ¨डग के लिए विश्व प्रसिद्ध घाटी में अन्य राज्यों से आने वाली गाड़ियों पर 50 रुपये, टैक्सी परमिट गाड़ी से 70 तथा बड़ी गाड़ियों से 90 रुपये ग्रीन टैक्स के रूप में वसूल किए जाएंगे। साथ ही यहां सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। घाटी तथा लैं¨डग साइट को स्वच्छ रखने के लिए भी प्रशासन ने कमर कस ली है। प्रशासन ने गंदगी फैलाने वालों के साथ सख्ती से निपटने का मन बनाया है। इसे लेकर प्रशासन जहां उचित राशि जुर्माने के रूप में वसूल करेगा, वहीं अन्य कार्रवाई भी की जाएगी।
कुछ दिन पहले एसडीएम की अध्यक्षता में बीड़ में आयोजित साडा की बैठक में ग्रीन टैक्स लगाने, चौगान से लैं¨डग साइट के एरिया को नो पार्किग जोन घोषित करने व घाटी में स्वच्छता आदि को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए थे। इन्हीं निर्णयों को वीरवार को एसडीएम की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में अमलीजामा पहनाया जाना था, लेकिन अधिकारिक मंजूरी न मिलने के कारण मामला अटक गया है। हालांकि टैक्सी यूनियन बीड़ ने ग्रीन टैक्स का विरोध किया है तथा टैक्स से उन्हें बाहर रखने की मांग की है।
एसडीएम विकास शुक्ला ने बताया कि प्रशासन ने निर्णय को अमलीजामा पहनाने की तैयारी कर ली है। जो रेट टैक्स के बनाए गए हैं, उनमें बदलाव संभव है। उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों की ओर से मंजूरी मिलते ही ग्रीन टैक्स वसूलना आरंभ कर दिया जाएगा।