आफत की डुबकी..भागसूनाग नाले में प्रतिबंध के बावजूद नहा रहे पर्यटक, सरेआम छलक रहे जाम
पिछले वर्ष भी जुलाई में दिल्ली से आए पर्यटकों का दल नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ने से यहां फंस गया था।
धर्मशाला, जेएनएन। बरसात के दिनों में खड्डों व नालों में नहाना प्रतिबंधित है तो क्या हुआ... हम लोग नाले में उतरकर नहाएंगे भी और जाम भी छलकाएंगे। यही स्थिति है इन दिनों मैक्लोडगंज स्थित भागसूनाग झरने के नाले की। यहां पर्यटक बारिश के दौरान उफनते नाले में उतर भी रहे हैं और जाम भी छलका रहे हैं लेकिन इन्हें रोकने वाला दूर-दूर तक कोई नजर नहीं आ रहा है। न तो भागसूनाग मंदिर प्रशासन का इस ओर ध्यान है और न ही पुलिस झरने की ओर गश्त कर रही है। रविवार दोपहर क्षेत्र में हल्की बारिश जारी रही बावजूद इसके नाला पूरी तरह से पर्यटकों से भरा पड़ा था। पर्यटक यहां नहा भी रहे थे और शराब भी पी रहे थे।
बरसात के मौसम में नदी-नालों में डूबने की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने प्लान तैयार किया था कि नदी-नालों में विशेष गश्त की जाएगी और पर्यटकों व श्रद्धालुओं को यहां नहाने से रोका जाएगा, लेकिन व्यावहारिक रूप से यह प्लान पूरा होता दिख नहीं रहा है। नाले के पास कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। दूसरी ओर भागसूनाग नाले में अचानक जलस्तर बढ़ना आम बात है। पिछले वर्ष भी जुलाई में दिल्ली से आए पर्यटकों का दल नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ने से यहां फंस गया था। स्थानीय लोगों से रस्सी के सहारे पर्यटकों को बाहर निकाला था। ऐसी घटनाओं के बावजूद पर्यटक यहां नहाने और शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं।