फोरलेन के लिए मटौर से कच्छियारी तक सेना का हवाई सर्वेक्षण
पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग 154 में फोरलेन के कार्य को लेकर अब सर्वेक्षण का कार्य जारी हो चुका है। 220 किलोमीटर लंबे इस राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन बनाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस
संवाद सूत्र, कांगड़ा : पठानकोट-मंडी प्रस्तावित फोरलेन के लिए मटौर से कच्छियारी तक सेना व राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) में सहमति नहीं बन पा रही है। एनएचएआइ ने सेना की फायरिंग टांडा रेंज के पास से सर्वेक्षण किया है, जिसे सेना ने नामंजूर कर दिया है। इसी के मद्देनजर सेना ने सोमवार को दोपहर बाद पौने तीन बजे मटौर से कच्छियारी तक हवाई सर्वेक्षण किया। सेना के अधिकारियों ने हेलीकाप्टर से कई चक्कर लगाए। बताते हैं इस दौरान क्षेत्र की वीडियोग्राफी भी की गई। इस दौरान फायरिंग रेंज का पता लगाने के लिए इसके आसपास बडे़-बडे़ झंडे लगाए गए थे।
एनएचएआइ ने मटौर से कच्छियारी तक फोरलेन का सर्वेक्षण शहर के पिछली तरफ जंगल से किया है। लेकिन इसी क्षेत्र के साथ सेना की टांडा फायरिंग रेंज लगती है। सैन्य अधिकारियों ने एनएचएआइ को दो टूक कह दिया है कि फायरिंग रेंज के पास से फोरलेन मंजूर नहीं है। बाद में एनएचएआइ ने सर्वेक्षण इसी के साथ लगती दूसरी जगह से किया। लेकिन इस पर भी सहमति नहीं बन पा रही है। करीब सप्ताह पहले सेना, एनएचएआइ व प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई थी। इस दौरान सैन्य अधिकारियों ने हवाई सर्वेक्षण की बात कही थी, इसके बाद ही वे बताएंगे कि फोरलेन कहां से जाना चाहिए।
उधर, एसडीएम कांगड़ा शशि पाल नेगी ने बताया कि उन्हें सोमवार को सेना के हवाई सर्वेक्षण की जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि जल्द ही एनएचएआइ, एयरपोर्ट अथॉरिटी व सेना के अधिकारियों से बैठक होगी। इसमें प्रस्तावित फोरलेन की आपत्तियों एवं मुद्दों पर विचार कर समाधान निकाला जाएगा। पठानकोट-मंडी फोरलेन के कार्य को लेकर सर्वेक्षण जारी है। एनएचएआइ ने प्रस्तावित फोरलेन की निर्माण प्रक्रिया के तहत भूमि अधिग्रहण की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। कुछ स्थानों पर सर्वेक्षण चल रहा है। कच्छियारी के पास प्रस्तावित फोरलेन को लेकर एयरपोर्ट अथॉरिटी के भी कुछ मुद्दे हैं, जिनका अभी समाधान होना बाकी है।