सज गए बाजार, आया दीपों का त्योहार
दीपों का त्योहार दीपावली के लिए जिला कांगड़ा की बाजार सज गए हैं। धर्मशाला, कांगड़ा, नगरोटा बगवां, पालमपुर, नूरपुर व देहरा सभी बाजारों की दुकानों में रोशन है और दुकानें रंग बिरंगी लड़ियों से सजाई गई हैं। वहीं प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थानों पर पटाखों की दुकानें भी लगी हुई हैं।
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : दीपों का त्योहार दिवाली के लिए जिला कांगड़ा के बाजार सज गए हैं। धर्मशाला, कांगड़ा, नगरोटा बगवां, पालमपुर, नूरपुर व देहरा बाजार की दुकानें रंग-बिरंगी लड़ियों से सजाई गई हैं। साथ ही प्रशासन ने पटाखों की बिक्री के लिए स्थान भी निर्धारित कर दिए हैं। हर ओर लोगों में दिवाली के लिए उत्साह है तो दुकानदारों को उम्मीद है कि पटाखों की अच्छी बिक्री होगी। दूसरी ओर कुछ लोग पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए ग्रीन दिवाली मनाने का संदेश दे रहे हैं और कम से कम पटाखे फोड़ने की लोगों को सलाह दे रहे हैं। जिला कांगड़ा में लोगों ने मात्र होंडा कंपनी के 400 दोपहिया वाहन पहले से ही बुक करवा रखे हैं। हालांकि इस बार कंपनी ने दिवाली पर वाहनों में कोई खास ऑफर नहीं रखा है, बावजूद इसके इनकी खरीद में लोगों के रुझान में कोई कमी नहीं है।
....................
क्या कहते हैं कारोबारी व लोग
छोटी दिवाली पर लोगों ने पटाखों की अच्छी खरीदारी की है। बुधवार को बड़ी दीवाली है तो अच्छा व्यापार होने की उम्मीद है।
-अनुज कुमार, पटाखा व्यवसायी। इस साल पिछली बार की अपेक्षा पटाखों की बिक्री थोड़ी कम हुई है। उम्मीद है कि बुधवार को अच्छा व्यापार होगा।
संजय कौशल, पटाखा व्यवसायी। प्रशासन ने पटाखे बेचने के लिए जो स्थान निर्धारित किए हैं, यह बहुत अच्छी पहल है। इससे चोरी के पटाखे बचने वालों पर नुकेल कसी गई है।
-अभिमन्यू, पटाखा व्यवसायी। दिवाली दीपों का त्योहार है। पटाखे जलाकर पर्यावरण को प्रदूषित न करें। पटाखों पर पैसे खर्च करने की बजाए किसी जरूरमंद की मदद करें। ग्रीन दिवाली बनाने में सहयोग करते हुए हर परिवार एक पौधा जरूर लगाए।
अनिल कुमार। दिवाली पर पटाखे कम से कम फोड़ें। अगर पटाखे फोड़ते हैं तो अपनी सुरक्षा की ओर सबसे पहले ध्यान दें। दिवाली मिट्टी के दीयों से रोशन होती है, पटाखों के शोर से नहीं।
-अजय कुमार।
...................
क्या करें
-पटाखे फोड़ते समय पैरों में चप्पल या जूते जरूर पहनें।
-पटाखे हमेशा खुले स्थान पर फोड़ें। कभी भी घर के अंदर या बंद स्थान पर पटाखे न फोड़ें।
-पटाखे फोड़ते समय आसपास में पानी रखें और घर में जल जाने पर लगाई जाने वाली दवाएं भी रखें।
-चेहरे को पटाखे फोड़ते समय दूर रखें।
-पटाखों को शीघ्र जलने वाले पदार्थो से दूर रखें।
-जल जाने पर पानी के छीटें मारें।
-हमेशा लाइसेंसधारी और विश्वसनीय दुकानों से ही पटाखे खरीदें।
.............
क्या न करें
-पटाखे कभी भी हाथ में न जलाएं, क्योंकि ऐसा करने से पटाखों के हाथ में फटने की अधिक संभावना रहती है।
-विस्फोटक कभी भी हाथ में न रखें।
-पटाखों को दीये या मोमबत्ती के आसपास न फोड़ें।
-जब आपके आसपास कोई पटाखे जला रहा हो तो उस समय पटाखों का प्रयोग न करें।
-बिजली की तारों के आसपास पटाखे न फोड़ें।
-अगर किसी पटाखे को जलने में बहुत अधिक समय लग रहा है तो उसे दोबारा न जलायें, बल्कि किसी सुरक्षित स्थान पर फेंक दें।
-आधे जले हुए पटाखों को इधर-उधर न फेकें।
-रॉकेट जैसे पटाखे ऐसे समय में बिल्कुल न जलाएं, जब ऊपर किसी तरह की रुकावट जैसे पेड़ व बिजली के तार हों।
-पटाखे जलाते समय कॉटन के कपड़े पहनें व नायलॉन के कपड़े बिल्कुल भी न पहनें।
-छोटे बच्चों के हाथ में कोई पटाखा न दें।