रिटायर शिक्षक के खातों से 40 लाख साफ
नूरपुर के एक राष्ट्रीयकृत बैंक के खाताधारक सेवानिवृत शास्त्री अध्यापक निवासी पठानकोट के खाते से 39 लाख 67 हजार रुपये गायब हो गए हैं। पीड़ित को इसकी जानकारी तक मिली जब वे सोमवार दोपहर को अपनी पासबुक को अपडेट करने पहुंचे। इस संबंध में व्यक्ति ने नूरपुर थाना में शिकायत दर्ज करवाई है।
जागरण टीम, जसूर/धर्मशाला : नूरपुर में एक राष्ट्रीयकृत बैंक के खाताधारक रिटायर शिक्षक पठानकोट निवासी के खातों से 39 लाख 65 हजार रुपये गायब हो गए हैं। पीड़ित को इस बाबत जानकारी उस समय मिली जब वह सोमवार दोपहर पासबुक अपडेट करने बैंक पहुंचे। इस संबंध में व्यक्ति ने नूरपुर थाना में शिकायत दर्ज करवाई है।
शिकायतकर्ता शुभराज पुत्र नीमू राम निवासी गारल, डाकघर लहरुं तहसील धारकलां, जिला पठानकोट ने बताया कि नूरपुर के एक राष्ट्रीयकृत बैंक में उनके दो खाते हैं। खातों में करीब 40 लाख रुपये जमा थे। लॉकडाउन में किसी ने दोनों खातों से 39 लाख 65 हजार रुपये पर हाथ साफ कर दिए हैं। शुभराज के अनुसार, शातिरों ने उनके खातों से 12 से 23 मई तक रुपये निकाले हैं। सोमवार को जब उन्होंने पासबुक अपडेट की तो डिटेल देखकर हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि वह पिछले साल ही सेवानिवृत्त हुए हैं। बड़ी बात तो यह है कि न तो रुपये निकालने का उनके मोबाइल फोन पर कोई मैसेज आया है और न ही किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर खातों की जानकारी मांगी है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी डुप्लीकेट आइडी बनाकर वारदात को अंजाम दिया है। डीएसपी नूरपुर सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि बैंक सहित अन्य रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
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एक सप्ताह में ठगी का तीसरा मामला
कांगड़ा जिले में एक सप्ताह में ठगी का यह तीसरा मामला है। पिछले शुक्रवार को सदर थाना धर्मशाला के तहत खनियारा गांव के राजेंद्र कुमार की स्कूटी के नाम पर देहरा के एक युवक से किसी अज्ञात व्यक्ति ने 10 हजार रुपये ठगे थे। इसके अलावा सोमवार को पुलिस थाना शाहपुर के तहत एक पूर्व सैनिक के बैग से 36 हजार रुपये निकाल लिए गए थे। अब रिटायर शिक्षक के खाते से रुपये निकाले गए हैं।
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क्या बरतें सावधानी
-बैंक खाते की गोपनीय डिटेल किसी के साथ भी साझा न करें।
-बैंक खाते में किए हस्ताक्षर किसी को न बताएं। अगर हो सके तो बहुत आसान हस्ताक्षर न करें।
-अगर एटीएम का इस्तेमाल करते हैं तो कार्ड का पिन किसी को न बताएं।
-बचत खातों में बहुत अधिक राशि न रखें।
-बैंक प्रबंधन मोबाइल फोन पर खातों की डिटेल नहीं मांगता है। अगर कोई मांगे तो जानकारी न दें।
-मोबाइल फोन पर खाते के संबंध में आने वाले संदेश को जरूर पढ़ें।
-पासबुक को समय-समय पर अपडेट करते रहें।