स्पैडू के शहीद की आज होगी अंत्योष्ठि
मध्य प्रदेश के महू में युद्ध अभ्यास के दौरान फाइरिग रेंज में अचानक लगी आग से उपमंडल पालमपुर के स्पैड़ू पंचायत निवासी
संवाद सहयोगी, पालमपुर : साथी जवान को बचाते शहीद हुए स्पैडू के सैनिक अक्षय का अंतिम संस्कार शनिवार को पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया जाएगा। सैनिक का शव मध्य प्रदेश से दिल्ली लाया जा चुका है और शनिवार सुबह तक वह शहीद के गांव पहुंचा दिया जाएगा। गौर रहे कि उपमंडल पालमपुर के स्पैडू के जवान अक्षय कुमार की एक सैन्य अभ्यास के दौरान मौत हो गई। घटना मध्य प्रदेश के महू में घटित हुई है, जहां पर वह अपने साथी को बचाते हुए मौत के आगोश में समा गया था। वीरवार देर रात अक्षय के परिजनों को यह सूचना मिली है। सैन्य छावनी होल्टा में सैनिक के अंतिम स्वागत को लेकर तैयारियां की जा रही हैं। जानकारी के अनुसार कंडबाड़ी के निकट स्पैडू के राम सिंह व रंजो देवी के बड़े बेटे अक्षय का अक्तूबर 2013 में भारतीय सेना में चयन हुआ था। वह 21 जेएंडके राइफल का जवान था। दो भाईयों में अक्षय बड़ा और तीन बहनों से छोटा था। अक्षय का छोटा भाई भी भारतीय सेना की 13 जेएंडके रेजीमेंट में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है। बता दें मध्य प्रदेश में महू में फायरिंग रेंज में युद्ध अभ्यास में अक्षय भाग ले रहा था। ऐसे में अचानक आग लगी और उसे बुझाते हुए वह अपने साथी को बचाने लगा, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गया। अक्षय के पिता राम सिंह ने बताया कि उन्हें शाम को यह सूचना फोन के माध्यम से दी गई कि उनका बेटा अपने साथी को बचाते हुए शहीद हो गया है। पंचायत प्रधान कमलेश कुमारी ने बताया कि अपने लाडले का इंतजार क्षेत्रवासी कर रहें है। लाडले का फोटो देख बेसुध हुई मां
कुलदीप राणा, पालमपुर : उपमंडल पालमपुर के क्षेत्र कंडबाड़ी के स्पैडू में शुक्रवार को माहौल गमगीन था। स्थानीय निवासी राम सिंह के घर में सांत्वना देने के लिए लोग जुटे हुए थे। मां रंजो देवी अपने लाडले अक्षय की फोटो को हाथ में लिए कुछ पलों के लिए होश में आती और फिर याद करते हुए बेसुध हो जाती। पूरे गांव में जिसे भी अक्षय की मौत की सूचना मिल रहीं थी वह उसके घर की तरफ दौड़ रहा था। अक्षय ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कंडबाड़ी से बारहवीं की कक्षा पास की थी, उसके बाद वह सेना भर्ती कार्यालय पालमपुर की तरफ से चंबा के बकलोह में आयोजित भर्ती रैली में गया और सेना में उसका चयन हो गया। अक्षय का छोटा भाई यशवंत भी सेना में भर्ती हो गया। उसके बाद राम सिंह को लगा था परिवार संभल गया है। अक्षय के छोटे भाई यशवंत को भी घर से पांच किलोमीटर दूर ही यह सूचना दी गई कि अब उसके सिर से बड़े भाई का साया उठ गया है। यशवंत जोशी मठ में अपनी सेवाएं दे रहा था। सैन्य प्रशासन की तरफ से उसके साथ एक अन्य जवान को घर पर यह कह कर भिजवाया था कि उसके बड़े भाई के साथ हादसा हो गया है।