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रेबीज से हर वर्ष 59 हजार मौतें

संवाद सहयोगी चंबा डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार अफ्रीका और एशिया में होने वाले

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 06:55 PM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 06:55 PM (IST)
रेबीज से हर वर्ष 59 हजार मौतें
रेबीज से हर वर्ष 59 हजार मौतें

संवाद सहयोगी, चंबा : डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के अनुसार अफ्रीका और एशिया में होने वाले 95 प्रतिशत मामलों में रेबीज के कारण सालाना 150 से अधिक देशों में 59,000 मानव मौतें होती हैं।

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यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग चंबा द्वारा विश्व रेबीज दिवस के उपलक्ष्य पर सोमवार को आयोजित विशेष कार्यक्रम में दी गई। इस दौरान सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) चंबा डा. राजेश गुलेरी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। एंड रेबीज कोलाबरेट, टीकाकरण थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में डा. गुलेरी ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हर वर्ष 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य रेबीज की रोकथाम के बारे में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाना है।

रेबीज एक घातक वायरस है, जो कि संक्रमित जानवरों की लार से फैलता है। यह जानवरों के काटने से फैलता है। यह वायरस केंद्रीय तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है, जिसके परिणामस्वरूप मस्तिष्क में सूजन होती है। इस बीमारी से बचाव के लिए एंटी रेबीज वैक्सीन सबसे कारगर उपाय है। उन्होंने जिले के लोगों में रेबीज के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी कर्मचारियों को आदेश भी दिए।

इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जालम, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. हरित पुरी, डॉ. करण हितेशी, स्वास्थ्य शिक्षक निर्मला आदि मौजूद रहे।


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