चंबा : कूंर पंचायत में नहीं पहुंच रहा राशन, पड़ सकते हैं खाने के लाले
snowfall create problem, पंचायत कूंर में भारी बर्फबारी के पांच दिनों बाद भी हालत नहीं सुधरने के कारण लोगों को अब खाने के लाले पड़ने लगे हैं।
जेएनएन, चंबा। जिला में भारी बर्फबारी से बिगड़े हालातों का असर ग्राम पंचायत कूंर में सबसे ज्यादा दिख रहा है। यहां बर्फबारी के पांच दिन बाद भी जीवन पटरी पर नहीं लौटा है। आलम यह है कि रोजमर्रा का सामान व राशन की कमी से ग्रामीणों को खाने के लाले पड़ने लगे हैं। सड़कें बंद होने से पंचायत में राशन की गाड़ियां नहीं पहुंच रही हैं।
ऐसे में जरूरत का सामान व खाद्य सामग्री खत्म होती देख उनकी चिंता बढ़ गई है। पंचायत में न तो बिजली है और न ही बर्फबारी के बाद से बंद पड़ी सड़क बहाल हो पाई है। इससे ग्रामीणों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। यदि प्रशासन द्वारा जल्द ही उक्त पंचायत में हालातों को सुधारने के लिए कार्य नहीं किया जाता है तो आने वाले समय में हालात और बिगड़ जाएंगे। लोगों के पास खाने के लिए बचा थोड़ा सामान भी खत्म हो जाएगा। कूंर पंचायत के उपप्रधान सुदेश कुमार मंगलवार को उपायुक्त चंबा से मिले और एक ज्ञापन के माध्यम से उनको पूरी स्थिति से अवगत करवाया।
उन्होंने बताया कि बर्फबारी से पंचायत में करीब पांच सौ पेड़ भी नष्ट हो गए हैं। कई मकानों को नुकसान पहुंचा है तथा कई घरों के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीण पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं। बर्फ को पिघलाकर काम चला रहे हैं। बर्फबारी से कई मवेशी भी मर गए हैं। उक्त पंचायत को जाने वाले मार्ग बंद होने से आने वाले कुछ दिनों तक यहां पर हालात सामान्य होने बहुत मुश्किल हैं। उपप्रधान ने उपायुक्त से गुहार लगाई हुए कहा कि जब तक पंचायत के विभिन्न गांवों तक मार्ग पूरी तरह से बहाल नहीं हो जाते हैं तब तक लोगों को खाने का सामान हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाया जाए।
जिला में बर्फबारी के बाद हालात सामान्य करने के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रशासन बेहतर व्यवस्था के साथ काम रहा है। -हरिकेश मीणा, उपायुक्त चंबा।