स्लीपर के सहारे लहरों से जंग
ग्राम पंचायत जसौरगढ़ व टिकरीगढ़ को जोड़ने वाली पुलिया के गिरने के बाद स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उक्त पुलिया मंथोट नाले पर बनाई गई थी। पुलिया के अभाव में वर्तमान समय में ग्रामीण नाले को लकड़ी के स्लीपर डालकर पार कर रहे हैं जिसमें कि काफी जोखिम है। अभी तक प्रशासन की ओर से उक्त नाले पर पुलिया निर्माण के संबंध में कोई भी कवायद शुरू नहीं की गई है। स्थायी पुलिया का निर्माण कार्य शुरू करवाना तो दूर यहां पर अस्थायी पुलिया की व्यवस्था भी नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने टूटे हुए पेड़ों को नाले के किनारों पर बिठाकर नाला पार करने का
-तीसा के जसौरगढ़ न टिकरीगढ़ के ग्रामीण जान हथेली पर रखकर पार कर रहे मंथोट नाला
-टूटे पेड़ों को नाले के किनारों पर रखकर आरपार हो रहे लोग शकूर अहमद, तीसा
ग्राम पंचायत जसौरगढ़ व टिकरीगढ़ को जोड़ने वाली पुलिया के गिरने के बाद स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उक्त पुलिया मंथोट नाले पर बनाई गई थी। पुलिया के अभाव में वर्तमान समय में ग्रामीण नाले को लकड़ी के स्लीपर डालकर पार कर रहे हैं, जिसमें काफी जोखिम है। अभी तक प्रशासन की ओर से उक्त नाले पर पुलिया निर्माण के संबंध में कोई भी कवायद शुरू नहीं की गई है। स्थायी पुलिया का निर्माण कार्य शुरू करवाना तो दूर, यहां पर अस्थायी पुलिया की व्यवस्था भी नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने टूटे हुए पेड़ों को नाले के किनारों पर रखकर नाला पार करने का जुगाड़ बैठाया है। अब ग्रामीण इसी जोखिम भरे अस्थायी पुल से नाला पार कर रहे हैं, जो कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकता है। यदि लकड़ी के स्लीपर से जरा सा भी पांव फिसला तो लेने के देने पड़ सकते हैं। यह सब जानते हुए भी ग्रामीण स्लीपरों के सहारे नाला पार करने को मजबूर हैं। वर्तमान समय में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक भी इसी पुल से रोजाना दर्जनों लोग यहां से आरपार हो रहे हैं। यदि यहां पर स्थाई पुलिया का निर्माण किया जाता है तो जसौरगढ़ व टिकरीगढ़ पंचायत के करीब 3000 लोगों को इसका लाभ मिलेगा। लोगों का कहना है कि उक्त स्थान के समीप एक निजी कंपनी ने प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, लेकिन, कंपनी ने भी इसकी कोई सुध नहीं ली। लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन से उक्त पुलिया के निर्माण को लेकर गुहार भी लगाई जा चुकी है, लेकिन, इसके बावजूद अभी तक उन्हें राहत नहीं मिली है। जब भी बारिश होती है तो नाले का जलस्तर एकदम से बढ़ जाता है। ऐसे में ग्रामीणों को नाला पा कर पाना काफी मुश्किल हो जाता है। इस दौरान यदि कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने में भी भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग उठाते हुए कहा कि जल्द से जल्द मंथोट नाले पर पुलिया का निर्माण किया जाए, ताकि आने वाले समय में लोगों की समस्याओं का हल हो। उक्त पुलिया को लेकर कई बार प्रस्ताव खंड विकास अधिकारी कार्यालय में दिया है, लेकिन, अभी तक इसके लिए कोई पैसा मंजूर नहीं हुआ है। जैसे ही पैसा मंजूर होता है, तुरंत पुलिया का निर्माण करवाया जाएगा।
गगन कुमारी, प्रधान ग्राम पंचायत जसौरगढ़। मामला ध्यान में है। इस पुली के निर्माण के लिए विकास खंड अधिकारी को आदेश जारी किए जाएंगे, ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
हंसराज, विधायक एंव विस उपाध्यक्ष