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आम लोग नहीं, अपराधियों को है पुलिस से डरने की जरूरत

जिला चंबा में कानून व्यवस्था को बनाए रखने सहित लोगों की सुरक्षा के लिए चंबा पुलिस द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Jan 2019 11:41 AM (IST)Updated: Mon, 14 Jan 2019 11:41 AM (IST)
आम लोग नहीं, अपराधियों को है पुलिस से डरने की जरूरत
आम लोग नहीं, अपराधियों को है पुलिस से डरने की जरूरत

मिथुन ठाकुर, चंबा

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एसपी डॉ. मोनिका का कहना है कि जिला चंबा में कानून व्यवस्था बनाए रखने सहित लोगों की सुरक्षा के लिए चंबा पुलिस द्वारा बेहतर कार्य किया जा रहा है। आम लोगों को पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है, लोग खुलकर पुलिस से बात करें। पुलिस से डरने की जरूरत उन लोगों को है, जोकि गलत कार्य करते हैं। ऐसे लोगों को पुलिस द्वारा किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। जिला में चरस तस्करों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी है। दैनिक जागरण ने एसपी डॉ. मोनिका से कानून तथा सुरक्षा व्यवस्था पर बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश। पुलिस का डर लोगों में खत्म करने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?

पुलिस से आम लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। पुलिस लोगों की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहती है। बल्कि उन लोगों को पुलिस से डरने की जरूरत है, जोकि गलत कार्य करते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ चंबा पुलिस द्वारा लगातार कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। जिला में चरस तस्करी के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, क्या कारण हैं

जिला में चरस तस्करी के अधिक मामले इसलिए सामने आ रहे हैं क्योंकि पुलिस द्वारा और अच्छी रणनीति के साथ इनके खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है। इसमें लोगों के जागरूक होने का भी अहम योगदान है। जिलाभर में एक वर्ष के भीतर करीब एक क्विंटल चरस पकड़ कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। ऐसा क्यों है कि पुलिस चरस सरगना तक नहीं पहुंच पाती है

पुलिस द्वारा चरस तस्करी सहित नशे से जुड़े अवैध व्यापार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। ऐसा नहीं है करीब 30 फीसद सरगना भी गिरफ्तार किए गए हैं। हादसे रोकने के लिए पुलिस क्या कदम उठा रही है

जिला की भौगोलिक स्थिति काफी कठिन है। इस बार यह आंकड़ा सौ से अधिक पहुंच गया है। यहां की सर्पीली सड़कों पर चालकों को सजग रहकर गाड़ी चलाने की जरूरत है। छोटी सी गलती ¨जदगी पर भारी पड़ जाती है। पुलिस द्वारा वाहन चालकों तथा लोगों को यातायात नियमों पर लगातार जागरूक किया जा रहा है। शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले चालकों पर क्या कार्रवाई की जाती है

शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी है। अब तक ऐसे करीब 536 वाहन चालकों के चालान किए जा चुके हैं। लोग शराब पीकर गाड़ी न चलाएं, यह उनकी तथा सवारियों की ¨जदगी के लिए घातक है। लोगों में शिकायत है कि पुलिस चोरों को पकड़ने के लिए कुछ खास नहीं कर रही है

बिल्कुल गलत, पुलिस द्वारा चोरी के आठ मामलों में सात मामले सुलझा लिए गए हैं। जनता को भी ऐसे मामलों में सहयोग करने की जरूरत होती है। आपको चैंपियंस ऑफ चेंज पुरस्कार मिला है। जिला में और क्या चेंज लाना चाहेंगी

जिला में और बेहतर कार्य किया जाएगा। लोगों तथा पुलिस के बीच का फासला खत्म करने का प्रयास रहेगा, ताकि लोग अपराध के खिलाफ पुलिस के साथ खड़े रहें। लोगों के सहयोग से ही अपराध पर लगाई लगाई जा सकती है। एसपी डॉ. मोनिका का जीवन परिचय

एसपी डॉ. मोनिका का जन्म जिला लाहुल-स्पीति के डाकघर जालमां स्थित फूड़ा गांव में हुआ है। उनके पिता सोमदेव सरकारी नौकरी से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि, माता पालमो देव गृहिणी हैं। डॉ. मोनिका की 12वीं तक की शिक्षा दिल्ली, जयपुर, चंडीगढ़ तथा पंचकूला से पूरी हुई। उन्होंने वर्ष 2010 में मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज दिल्ली से एमबीबीएस तक की शिक्षा हासिल की तथा लोक नायक अस्पताल में सेवाएं दीं। 2011 में यूपीएससी की परीक्षा पास की। उन्हें रेलवे सर्विसेज मिला। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर से वर्ष 2013-14 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर वर्ष 2014 में उन्हें आइपीएस हिमाचल प्रदेश काडर मिला। हैदराबाद में ट्रे¨नग पूरी करने के बाद वह प्रोवेशन अवधि में एसएचओ नूरपुर, नाहन में एएसपी रहीं व वर्ष 2018 में उन्होंने एसपी चंबा का कार्यभार संभाला।


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