बच्चों को आसान तरीके से पढ़ाने पर मंथन
बीआरसीसी कार्यालय चंबा में अध्यापकों द्वारा शिक्षा में नवाचार पर संचालित पांच दिवसीय कार्यशाला मंगलवार को संपन्न हो गई। समापन समारोह में जिला परियोजना अधिकारी एसएसए एवं प्रधानाचार्य डाईट सरू सुमन मिन्हास ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अध्यापकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की तथा स्मृति चिन्ह के साथ प्रमाण पत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। कार्यशाला में नौ शिक्षा खंडों से 12 अध्यापकों ने टीएलएम निर्माण, नवाचारी शिक्षा, खेल-खेल में शिक्षा सहित संगीत के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान शिक्षा खंडो के बीईईओ तथा बीआरसीसी
संवाद सहयोगी, चंबा : बीआरसी कार्यालय चंबा में अध्यापकों द्वारा शिक्षा में नवाचार पर संचालित पांच दिवसीय कार्यशाला मंगलवार को संपन्न हो गई। समापन अवसर पर जिला परियोजना अधिकारी एसएसए एवं प्रधानाचार्य डाईट सरू सुमन मिन्हास ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने अध्यापकों द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की तथा स्मृति चिन्ह के साथ प्रमाणपत्र देकर उन्हें सम्मानित किया। कार्यशाला में नौ शिक्षा खंडों से 12 अध्यापकों ने टीएलएम निर्माण, नवाचारी शिक्षा, खेल-खेल में शिक्षा सहित संगीत के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने पर विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान शिक्षा खंडों के बीईईओ तथा बीआरसीसी ने भी उपस्थिति दर्ज करवाई तथा अध्यापकों के कार्यों की सराहना की गई। अध्यापकों देसराज, युद्धवीर, निशांत, किरण, सुरेंद्र, पंकज, कुलदीप, मुसद्दी राम, केसरू राम, प्रकाश चंद, हेमराज तथा बृज भूषण ने बताया कि सभी अध्यापक छुट्टियों में एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम तथा नवाचारों पर चर्चा के साथ टीएलएम के निर्माण के लिए एकत्रित हुए थे। उन्होंने दिन-रात इस पर कार्य किया है। स्कूलों में बच्चों को आसान तरीके से शिक्षा प्रदान करने के लिए लगातार बेहतर कार्य किया जा रहा है, ताकि बच्चों को और बेहतर तरीके से पढ़ाया जा सके। लगातार बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने का प्रयास जारी रहेगा। बच्चे खेल-खेल में अधिक सीखते हैं। इसलिए इस कार्यशाला के दौरान शिक्षा के हर पहले के बारे में न केवल विस्तार से चर्चा की गई है। बल्कि, इस पर रणनीति के साथ कार्य भी किया गया है। इस कार्यशाला से काफी कुछ एक दूसरे से सीखने को मिला है, जिसका आगामी समय में शिक्षा के क्षेत्र में काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य तभी बेहतर बन सकता है, जब उन्हें समझकर और बेहतर कार्य जाए।