कला संस्कृति सहेजने पर रूप ठाकुर को मिला सम्मान
चुराह घाटी के रूप ठाकुर को राज्य स्तरीय सम्मान मिला है। दशकों से कला संस्कृति को सहेजने पर वन, परिवहन एवं खेल मंत्री गो¨वद ठाकुर ने उन्हें सम्मानित किया गया। राधा एनजीओ द्वारा आयोजित ट्राइबल टुडे सम्मान समारोह में उन्हें सम्मान मिलने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। चुराह घाटी की बघेईगढ़ पंचायत के तेलका गांव निवासी रूप ठाकुर को राज्य स्तरीय सम्मान दिया गया है। कला संस्कृति को दशकों तक सहेजने वाले रूप ठाकुर ने ना सिर्फ चुराह अपितु चंबा जिला का भी नाम रोशन किया है। मशहूर पर्यटन स्थल मनाली के खकनाल में हुए ट्राईबल टुडे सम्मान समारोह में रूप ठाकुर की बेटी अनुपमा ठाकुर ने ये सम्मान वन,
सुनैना राजपूत, चुराह
चुराह घाटी के रूप ठाकुर को राज्यस्तरीय सम्मान मिला है। दशकों से कला संस्कृति को सहेजने पर वन, परिवहन एवं खेल मंत्री गो¨वद ठाकुर ने उन्हें सम्मानित किया। राधा एनजीओ द्वारा आयोजित ट्राइबल टुडे सम्मान समारोह में उन्हें सम्मान मिलने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। चुराह घाटी की बघेईगढ़ पंचायत के तेलका गांव निवासी रूप ठाकुर ने न सिर्फ चुराह बल्कि चंबा जिला का भी नाम रोशन किया है।
मनाली के खकनाल में समारोह के दौरान रूप ठाकुर की बेटी अनुपमा ठाकुर ने यह सम्मान मंत्री के हाथों प्राप्त किया। राधा एनजीओ की अध्यक्ष सुदर्शना ठाकुर ने कहा कि रूप ठाकुर ने हिमाचली कला व संस्कृति को दशकों से सहेजा है। उन्होंने लाहुल-स्पीति, चुराह, चंबा व हिमाचली गानों से दर्शकों का मनोरंजन किया। रूप ठाकुर ने शिक्षा विभाग में 38 साल तक सेवा की तथा प्रारंभिक शिक्षा खंड अधिकारी के पद पर सेवानिवृत्त हुए। ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र में भी उन्होंने नए आयाम स्थापित किए हैं। चुराह घाटी के लोगों का कहना है कि रूप ठाकुर ने पूरे हिमाचल में नाम रोशन किया है। रूप ठाकुर की पत्नी बीना ठाकुर गृहणी हैं। उनके दो बेटे इंजीनियर हैं व दो बेटियां सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं। उनका महाकाली कला संगम नाम का स्टूडियो है जहां नए व युवा गायकों को मौका मिलता है।