अध्यापकों के बिना बच्चों का भविष्य अंधकारमय
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भजौत्रा में प्रधानाचार्य सहित शिक्षकों के आठ पद रिक्त होने से बच्चों का अंधकारमय बना हुआ है।
संवाद सहयोगी, चंबा : स्कूलों में शिक्षक नहीं होंगे तो शिक्षा की लो कैसे जगेगी। स्कूल में पढ़ाई करने पहुंच रहे बच्चे बिना कुछ हासिल किए हर रोज घर पहुंच रहे हैं। बच्चों के भविष्य को अंधकार में डूबता देख अभिभावक भी चितित हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भजौत्रा मेंशिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के अभिभावकों ने शनिवार को उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर जल्द रिक्त पद भरने की मांग उठाई है।
स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जगदीश कुमार व सदस्यों का कहना है कि वर्तमान में स्कूल में प्रधानाचार्य सहित विभिन्न विषयों के शिक्षकों के आठ पद रिक्त हैं। इससे बच्चों का भविष्य अंधकारमय बना हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार व शिक्षा विभाग बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित नहीं हैं। इस कारण शिक्षकों के पद नहीं भरे जा रहे हैं। सरकार ने जल्द शिक्षकों के पद नहीं भरे तो बच्चे वार्षिक परीक्षा में अच्छे अंक नहीं ले पाएंगे। अभिभावक भी बच्चों की पढ़ाई को लेकर चिंतित हैं। सरकार को बच्चों के भविष्य को देखते हुए जल्द शिक्षकों के पद भरने चाहिए ताकि सिलेबस कवर हो सके और बच्चे बेझिझक परीक्षा देकर अच्छे अंक ले सकें।
यह पद चल रहे खानी
-कला अध्यापक का पद वर्ष 2015 से रिक्त है।
-टीजीटी साइंस का पद 2021 से रिक्त है।
-टीजीटी गणित का पद अगस्त 2022 से खाली है।
-अंग्रेजी प्रवक्ता का पद वर्ष 2016 से रिक्त है।
-कंप्यूटर प्रवक्ता का पद 2016 से खाली है।
-इतिहास प्रवक्ता का पद 2016 से रिक्त है।
-हिदी प्रवक्ता का पद 2018 से खाली है।
-अप्रैल 2021 से प्रधानाचार्य का पद रिक्त है।