प्रेरकों को दिया जाए रोजगार
चंबा जिला में भारत साक्षर मिशन के तहत शिक्षा का अलख जगा रहे प्रेरक अब रोजगार को तरस गए हैं।
संवाद सहयोगी, चंबा : चंबा जिला में भारत साक्षर मिशन के तहत शिक्षा का अलख जगा रहे प्रेरक अब रोजगार को तरस गए हैं। वर्ष 2018 से प्रेरकों को नौकरी से निकाल दिया गया है जिस कारण प्रेरकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को प्रेरक संघ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद आयूब ने ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष डिपंल शर्मा के साथ मिलकर एसीटूडीसी राम प्रसाद को ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व उन्हें बिना जानकारी ही नौकरी से निकाल दिया गया है, जिस कारण अब वे बेरोजगार हो गए हैं। अब उन्हें रोटी के भी लाले पड़ गए हैं। जिला के करीब साढ़े पांच सौ से अधिक प्रेरकों को दो वर्ष का वेतन भी नसीब नहीं हो पाया है। ऐसे में वेतन न मिलने के कारण प्रेरकों के घर में चूल्हा भी रामभरोसे चल रहा है।
शिक्षा में पिछड़े जिला चंबा की साक्षरता दर को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रेरकों ने भारत साक्षर मिशन के अलावा, पंचायत के हर कार्य में सहयोग, चुनावों के दौरान ड्यूटी के अलावा भी अन्य कार्य किया है। प्रेरक पूरी ईमानदारी के साथ मिशन को अंजाम तक पहंचाने में जुटे रहे। कार्य करने के बाद भी उन्हें पगार नहीं मिल पाई है। प्रेरक संघ का कहना है कि साक्षर मिशन में कार्य करने के कारण वे अन्य जगह भी काम नहीं कर सकते हैं। उनकी आमदनी का जरिया मौजूदा वक्त में साक्षर मिशन ही है। ऐसी स्थिति में उन्हें वेतन न मिलने से परिवार का पालन-पोषण करना भी मुश्किल हो गया है। प्रेरकों का कहना है कि मामला प्रशासन के समक्ष भी उठाया गया है, बावजूद इसके अभी तक उन्हें वेतन हासिल नहीं हो पाया है। उनका कहना है कि यदि उन्हें जल्द वेतन नहीं मिला, तो वे सड़कों पर उतरने से भी परहेज नहीं करेंगे।