कार्रवाई रजिस्टर अधूरा छोड़ने पर दो पंचायत सचिव निलंबित
जिला चंबा में दो पंचायत सचिवों को काम में ढिलाई व लापरवाही करना महंगा पड़ा है।
- पंचायत सचिवों को काम में ढिलाई व लापरवाही पड़ी भारी
- प्रशासन की कार्रवाई से अन्य पंचायत सचिवों में हड़कंप
जागरण संवाददाता, चंबा : विकास खंड मैहला की ग्राम पंचायत सुनारा व बकाण के कार्रवाई रजिस्टर को अधूरा छोड़ने पर दो पंचायत सचिवों को निलंबित किया गया है। यह कार्रवाई अतिरिक्त उपायुक्त हेमराज बैरवा ने की है। पंचायत अभिलेखों को लिखने में बरती पंचायत सचिवों की ढिलाई व लापरवाही पर जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई एसडीएम चंबा दीप्ति मंढोत्रा की शिकायत और प्रशासन द्वारा गठित उड़नदस्ते पर रिपोर्ट पर की है। पंचायत सचिवों पर निलंबन की गाज उनके द्वारा लिखे जाने वाले कार्रवाई रजिस्टर को अधूरा छोड़ने के कारण गिरी है।
एसडीएम और उड़नदस्ते ने ग्राम पंचायत सुनारा व बकाण में अलग-अलग दिन किए औचक निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाई थीं। दोनों पंचायतों में सचिवों द्वारा पंचायत कार्रवाई अभिलेख रजिस्टरों को भरने में कोताही बरती गई थी। कई पंचायत बैठकों की कार्रवाइयां उसी तिथि में बैठक संपन्न होने के बाद भी खुली छोड़ी गई थीं। जो प्रथम दृष्टया में सीधे-सीधे भ्रष्टाचार का मामला प्रतीत होता है। सचिवों द्वारा कार्रवाई अभिलेख की कार्रवाई खुली रखने पर एसडीएम चंबा व उड़नदस्ते ने प्रमाण सहित रिपोर्ट बनाकर उपायुक्त हरिकेश मीणा को सौंपी थी। इस पर उपायुक्त ने इसकी जांच का जिम्मा अतिरिक्त उपायुक्त हेमराज बैरवा को सौंपा। अतिरिक्त उपायुक्त ने मामले की जांच की तो शिकायत सही पाई गई। इसके बाद पंचायत सचिवों को अपना पक्ष रखने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए, लेकिन पंचायत सचिवों ने इसका कोई जवाब नहीं दिया। इस पर दोनों सचिवों को निलंबित कर दिया गया। बहरहाल, प्रशासन की इस कार्रवाई से पंचायत सचिवों में हड़कंप मच गया है। ......
ग्राम पंचायत बकाण व सुनारा के पंचायत सचिवों को निलंबित किया गया है। दोनों पंचायत सचिवों द्वारा पंचायत अभिलेख रजिस्टर को भरने में भारी कोताही बरती गई है। इन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था लेकिन उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। इसके चलते नियमानुसार यह कार्रवाई की गई है।
- हेमराज बैरवा, अतिरिक्त उपायुक्त चंबा।
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मुझे 12 सितंबर को नोटिस मिला था, जिसका जवाब 13 सितंबर को बीडीओ कार्यालय भेज दिया था। मगर बीडीओ कार्यालय द्वारा मेरे जवाब को उच्च अधिकारियों को नहीं भेजा गया। आज भी मेरे द्वारा बनाया गया जवाब वकास खंड कार्यालय में मौजूद है।
म¨हद्र ¨सह, सचिव ग्राम पंचायत सुनारा।
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मुझे न तो कोई नोटिस मिला है और न ही निलंबित के कोई आदेश। जब तक कोई आदेश नहीं मिलते मैं कुछ नहीं कह सकता।
योगराज, सचिव ग्राम पंचायत बकाण।
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पंचायत के कार्यो में कोताही को लेकर पंचायत सचिवों को पहले नोटिस दिया गया था। मगर नोटिस का जवाब न आने पर विकास खंड द्वारा उक्त कार्रवाई अमल में लाई गई है। दोनों सचिवों को पूरी जांच के बाद ही निलंबित किया गया है। अब अगामी जांच के बाद ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सुशीला शर्मा, खंड विकास अधिकारी मैहला।