पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए गरजे एनपीएस कर्मचारी
एनपीएस कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई ने शनिवार को पुरानी पेंशन योजना
संवाद सहयोगी, चंबा : एनपीएस कर्मचारी महासंघ की जिला इकाई ने शनिवार को पुरानी पेंशन योजना बहाली की मांग के समर्थन में चंबा के चौगान में सांकेतिक धरना दिया। इस दौरान महासंघ ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जीरो प्वाइंट से मुख्य बाजार होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक रोष रैली निकाली। इसके बाद उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया।
महासंघ के जिला प्रधान सुनील जरयाल ने कहा कि उनका उद्देश्य सरकार के लिए समस्या पैदा करना नहीं है लेकिन मांग पर कोई गौर नहीं किया जा रहा है। प्रदेश में महासंघ पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए कई वर्षों से प्रयासरत है। नई पेंशन योजना में केवल खामियां हैं। इससे सरकार व कर्मचारियों को लाभ नहीं बल्कि नुकसान हो रहा है। केंद्र सरकार ने इन खामियों को देखते हुए मई 2009 से कर्मचारियों के हित में पारिवारिक पेंशन प्रदान कर दी है। कई प्रदेश सरकारों ने भी लाभ जारी कर दिए हैं। प्रदेश सरकार को भी इसे जल्द जारी करना चाहिए।
कर्मचारियों ने कहा कि यदि सरकार ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल नहीं किया तो वे धरना-प्रदर्शन के साथ अनशन भी करेंगे। यह जिलास्तरीय प्रदर्शन किया गया है। इससे पहले ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन किया जा चुका है। मांग पूरी नहीं हुई कर्मचारी आगामी दिनों में राज्यस्तर पर व इसके बाद दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी आवाज उठाएंगे। उन्होंने कहा कि एक देश एक विधान है तो पुरानी पेंशन योजना क्यों बहाल नहीं की जा रही है। वर्तमान में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को एक हजार से तीन हजार के बीच पेंशन मिल रही है। इससे जीवन का निर्वहन कैसे करेंगे। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के पांच मई 2009 की अधिसूचना के तहत 2003 के बाद नियमित व सेवारत किसी भी एनपीएस कर्मचारी का निधन हो जाता है या वह दिव्यांग हो जाता है तो उसके परिवार को पुरानी पेंशन योजना का लाभ दिया जाता है। कुछ राज्यों में केंद्र की यह अधिसूचना लागू कर दी गई है। हिमाचल में अभी तक इसे लागू नहीं किया गया है। इस अधिसूचना को लागू कर सरकार एनपीएस के तहत आने वाले सभी कर्मचारियों के परिवार के भविष्य को सुरक्षित कर सकती है। उन्होंने सभी एनपीएस कर्मचारियों को आगे आकर संगठन का हर कदम पर साथ निभाने का आग्रह किया। धरने में 600 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया।