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तेलका में बंदरों के आतंक से किसान परेशान

संवाद सूत्र, तेलका : विकास खंड सलूणी की ग्राम पंचायत बाड़का, सेरी, सालवा व करवाल के किसान

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 05:24 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 05:24 PM (IST)
तेलका में बंदरों के आतंक से किसान परेशान
तेलका में बंदरों के आतंक से किसान परेशान

संवाद सूत्र, तेलका : विकास खंड सलूणी की ग्राम पंचायत बाड़का, सेरी, सालवा व करवाल के किसान बंदरों के आतंक से काफी परेशान हैं। तेलका की पंचायत झौड़ा, डिभर, पुखरी, इंगलोई, सलौट, टिकरी, भड़ेई, आसा, सेरू, मांजू, छतरेल, कुंड, छंबर, घेका, किलर, संधवार, नगाली, कौथी, भिगडोगा, छतरेल, कुंड, जंगलवाड़ व इछलेई के अलावा कई गांव में बंदरों ने फसल को बर्बाद कर दिया है। अब तो बंदरों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि यह एक ही समय में कई खेतों में फसलों को तबाह कर रहे हैं। लोगों को अन्य जरूरी कामों को छोड़कर दिनभर फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है। कई लोगों ने तो खेती तक करनी छोड़ दी है। बंदर किसानों की मेहनत पर पानी फेर रहे हैं।

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स्थानीय निवासी चैनलाल, देसराज, ¨वदरो राम, गनी मोहम्मद, बशीर खान, बालमराम, जग्गूराम, रमेश कुमार, कृष्ण कुमार, राजेश कुमार, शिवकुमार, हेमराज, अनिल कुमार, अनीस खान, मदनलाल, पवन कुमार व घीलो राम ने कहा कि पिछले चुनाव के समय पक्ष और विपक्ष ने चुनावी घोषणा पत्र में बंदरों से निजात दिलाने के दावे किए थे लेकिन जीतने के बाद न तो सत्तासीन पार्टी ने इस पर कोई कार्रवाई की और न ही विपक्ष ने विधानसभा में मुद्दा उठाया। परिणामस्वरूप गांवों में बंदरों की बढ़ती संख्या से लोग बेबस होते नजर आ रहे हैं।

लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार सरकार व विभाग से बंदरों की समस्या से निजात दिलाने की मांग की परंतु आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। लोगों ने सरकार व विभाग से दोबारा मांग की है की जल्द बंदरों को पकड़कर दूर छोड़ा जाए।


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