मणिमहेश यात्रियों का नहीं होगा पंजीकरण
इस बार मणिमहेश यात्रियों का पंजीकरण की बजाय सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यात्रियों पर नजर रखी जाएगी।
मिथुन ठाकुर, चंबा। मणिमहेश यात्रा के दौरान इस बार यात्रियों का पंजीकरण नहीं किया जाएगा। पंजीकरण की बजाय सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से यात्रियों पर नजर रखी जाएगी। प्रशासन की ओर से हड़सर से मणिमहेश तक कुल 16 सीसीटीवी स्थापित किए जाएंगे।
मुख्य स्थान हड़सर, धनछो, सुंदरासी, गौरीकुंड, डल झील सहित अन्य स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे। इन्हीं के माध्यम से श्रद्धालुओं की गिनती व गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा क्लांह व कुगति की ओर से मणिमहेश जाने वाले श्रद्धालुओं की पहचान पहचानपत्र के माध्यम से उक्त स्थलों पर तैनात कर्मचारियों व अधिकारियों की ओर से की जाएगी।
इससे पूर्व हर वर्ष मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया जाता था। जिससे श्रद्धालुओं की संख्या का पता चल पाता था। लेकिन प्रशासन ने इस बार श्रद्धालुओं का पंजीकरण न करवाने का फैसला लिया है।प्रशासन के अनुसार कर्मचारियों की कमी के कारण यह फैसला लिया गया है। वहीं, इतना बजट भी नही है कि आउटसोर्स पर कर्मचारियों को पंजीकरण के लिए रखा जाए।
ऐसे में बिना पंजीकरण के ही श्रद्धालु मणिमहेश के लिए रवाना होंगे। इससे पूर्व श्रद्धालुओं को पंजीकरण के लिए लगाए गए कक्षों में पंजीकरण करवाने के लिए रुकना पड़ता था।मणिमहेश यात्रा अधिकारिक रूप से 15 अगस्त से शुरू होगी व राधा अष्टमी तक चलेगी।
वर्ष 2013 से शुरू हुआ था पंजीकरण:
वर्ष 2013 से मणिमहेश यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का पंजीकरण किया जा रहा है। पंजीकरण होने से श्रद्धालुओं की संख्या का पता चलता था। लेकिन प्रशासन की माने तो इतने वर्षों में किए गए पंजीकरण से सीख लेते हुए ही यह फैसला लिया गया है, क्योंकि तब भी पूरे श्रद्धालुओं का पंजीकरण नहीं हो पाता था। इसमें अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाना पड़ता था, जिससे अन्य व्यवस्था संभालने के लिए कर्मचारियों की कमी हो जाती थी।
गाड़ियों का पार्किंग में ही होगा पंजीकरण:
मणिमहेश यात्रा के दौरान आने वाले वाहनों का पंजीकरण पार्किंग स्थल पर ही किया जाएगा। कितनी गाडि़यां आई हैं, इसका रिर्कार्ड पार्किंग स्थलों से ही प्राप्त किया जाएगा।
इस तरह हर घटना पर रहेगी नजर
इस बार श्रद्धालुओं का पंजीकरण नहीं करवाया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों से हर घटना पर नजर रखी जाएगी। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे अपने साथ आधार कार्ड व अन्य पहचानपत्र अवश्य लाएं। कर्मचारियों व बजट की कमी के कारण ऐसा किया गया है। पहले भी सभी श्रद्धालुओं की गिनती संभव नहीं हो पाती थी।
-विनय धीमान, एडीएम भरमौर।