मौसम का मिजाज देखकर ही मणिमहेश यात्रा पर जाएं श्रद्धालु
स्थानीय प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा से पहले यात्रा पर जाने वाले लोगों से मौसम का मिजाज देखकर ही यात्रा करने की अपील की है।
भरमौर, जेएनएन। स्थानीय प्रशासन ने दो सितंबर से शुरू हो रही मणिमहेश यात्रा से पहले यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं से मौसम का मिजाज देखकर ही यात्रा करने की अपील की है। हालांकि, प्रशासन ने यात्रा की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। इसके लिए पर्वतारोहण संस्थान के बचाव दल तैनात कर दिए गए हैं तथा 25 अगस्त से अधिकारियों व अन्य स्टाफ की ड्यूटियां भी लगाई जा रही हैं।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर पीपी ¨सह ने बताया, लगातार हो रही बारिश के कारण पत्थरों के गिरने, भूस्खलन, बादल फटने का डर बना रहता है। यात्रा के दौरान मौसम ज्यादा खराब होने पर हड़सर व डल झील के बीच यात्री हड़सर, धनछो, सुंदरासी व गौरीकुंड आदि सुरक्षित स्थानों पर ही रुक जाएं। मौसम ठीक होने के बाद ही आगे की यात्रा करें। बुजुर्ग श्रद्धालु जिनको सांस की दिक्कत है, उनके लिए यात्रा करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की दृष्टि से गर्म क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालु एक दिन भरमौर में रुक कर आगामी यात्रा शुरू करें।
गर्म कपड़े, छाता व टॉर्च जरूर रखें। वैसे तो यह यात्रा उस समय करना बेहतर है जब प्रशासन ने तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई होती हैं। प्रशासन के पास पंजीकरण अवश्य करवाना सुनिश्चित करें। प्रशासन की टीम प्रबंधों का जायजा लेने मणिमहेश जा रही है। इसमें यात्रा में पाई जाने वाली कमियों को सुधारा जाएगा। इस बार यात्रियों से पार्किंग फीस के नाम पर लिया जाने वाला टैक्स नहीं लिया जाएगा। भरमाणी का प्रमुख मार्ग 25 अगस्त से शुरू कर दिया जाएगा।