भलेई माता मंदिर में लगेगी लिफ्ट
भलेई माता मंदिर तक जल्द ही लिफ्ट लगाई जाएगी।
विशाल सेखड़ी, डलहौजी
आस्थावान बुजुर्ग व दिव्यांग श्रद्धालु भी आने वाले दिनों में स्वयंभू प्रकट मां भद्रकाली भलेई के दरबार में नतमस्तक हो सकेंगे। मंदिर प्रबंधक समिति के प्रयासों से मंदिर में लिफ्ट लगाए जाने की औपचारिकताएं अंतिम चरण में हैं। मंदिर के समीप स्थित पार्किंग स्थल खई गला में पहुंचने के बाद बुजुर्ग व दिव्यांग लिफ्ट के माध्यम से सीधे मां भलेई के गर्भगृह परिसर में पहुंचकर दर्शन कर सकेंगे। वहीं, भलेई मंदिर को धार्मिक पर्यटन क्षेत्र के तौर पर भी विकसित करने के लिए करोड़ों का बजट खर्च होगा।
भलेई में खेई गला पार्किंग स्थल से लेकर मंदिर तक पहुंचने के लिए दो पैदल रास्ते हैं। एक रास्ता सीढि़यों वाला है जबकि दूसरा पैदल मार्ग चढ़ाई वाला है। मंदिर के पास पहुंचने पर भक्तों को यहां से भी सीढि़यां चढ़कर ही माता भलेई के गर्भगृह तक पहुंचना पड़ता है। मंदिर प्रबंधक समिति ने दोनों रास्तों पर आवाजाही की बेहतर व्यवस्था बनाई है परंतु बुजुर्ग व दिव्यांग लोग सीढि़यां न चढ़ पाने के कारण भलेई पहुंचने के बावजूद मां के गर्भगृह तक नहीं पहुंच पाते हैं। लिहाजा प्रदेश के अन्य बड़े मंदिरों की तरह भलेई मंदिर में भी विगत लंबे समय से लिफ्ट की जरुरत महसूस की जा रही थी। मंदिर में लिफ्ट लगाने संबंधी प्रस्ताव मंदिर प्रबंधक समिति ने सरकार को भेजा था। अब पर्यटन विकास विभाग मंदिर परिसर में लिफ्ट लगाने की व्यवस्था करेगा। इतना ही नहीं भलेई क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन के लिए विकसित करने के लिए भी करोड़ों का बजट खर्च होने जा रहा है। भलेई में करीब चार करोड़ की लागत से पर्यटन विकास विभाग आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर की स्थापना करेगा। यहां मां के भक्तों के लिए करोड़ों के बजट से यात्री निवास का भी निमार्ण होगा।
भलेई मंदिर प्रबंधक समिति भलेई के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि बुजुर्ग व दिव्यांगों को मां के गर्भगृह तक पहुंचने के लिए पेश आने वाली समस्या के मद्देनजर लिफ्ट लगवाने को प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था। अब पर्यटन विकास विभाग के माध्यम से लिफ्ट लगवाने की औपचारिकताएं अंतिम चरण में हैं। भलेई में करीब चार करोड़ की लागत से आर्ट एंड क्राफ्ट सेंटर स्थापित होगा।