भरमौर-हड़सर मार्ग पर प्रंघाला नाला मणिमहेश यात्रा में फिर बना बाधा
भरमौर-हड़सर मार्ग पर स्थित प्रंघाला नाला मणिमहेश यात्रियों के लिए मुश्किल पैदा कर रहा है।
संवाद सहयोगी, भरमौर : भरमौर-हड़सर मार्ग पर स्थित प्रंघाला नाला मणिमहेश यात्रियों के लिए लगातार बाधा उत्पन्न कर रहा है। भारी वर्षा के कारण बुधवार देर रात प्रंघाला नाला में भूस्खलन हुआ। इससे वीरवार सुबह कोई श्रद्धालु मणिमहेश के लिए रवाना नहीं हो सका और न ही मणिमहेश की ओर से भरमौर मुख्यालय की ओर आ सका। लोक निर्माण विभाग के कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद मार्ग को वीरवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया। मणिमहेश यात्रा साढ़े पांच घंटे बंद रही।
वीरवार दोपहर भी दो बार मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए कुछ देर बाधित हुआ। इस कारण मणिमहेश यात्रियों की दिक्कतें बढ़ी रहीं। भरमौर व हड़सर के बीच प्रंघाला नाला मणिमहेश यात्रियों के लिए मुसीबत बना हुआ है। जरा सी वर्षा होने पर यहां से भूस्खलन शुरू हो जाता है। इससे इस मार्ग पर वाहनों सहित पैदल यात्रियों की आवाजाही बाधित हो जाती है। इससे पूर्व 13 अगस्त को प्रंघाला नाला में भूस्खलन के कारण निर्माणाधीन बैली ब्रिज भारी चट्टान गिरने से ध्वस्त हो गया था। मार्ग पर चट्टानें व मलबा गिरने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई थी। मार्ग के बाधित होने के बाद प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा पर रोक लगाई थी। इसके बाद भी वर्षा होने पर मार्ग पर भूस्खलन होना लगातार जारी है। इसलिए प्रशासन की ओर से हर शाम सात बजे से मणिमहेश यात्रा पर रोक लगा दी जाती है। इसके बाद अगले दिन सुबह करीब पांच बजे श्रद्धालु मणिमहेश की ओर बढ़ते हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि इस बार प्रंघाला नाला सबके लिए मुसीबत बना हुआ है। इस कारण प्रंघाला नाला से गुजरने पर हमेशा खतरा महसूस होता है।
प्रंघाला नाला में भारी भूस्खलन के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया था जिसे वीरवार सुबह साढ़े 10 बजे तक बहाल करवा दिया गया था। दो बार फिर मार्ग बाधित हो गया जिसे जल्द बहाल करवाकर यातायात सुचारू करवा दिया गया था। विभाग की ओर से मार्ग को बहाल करवाने के लिए मशीनरी सहित कर्मचारियों को तैनात किया गया है ताकि भूस्खलन होने पर तुरंत मार्ग बहाली का कार्य शुरू किया जा सके।
-विशाल चौधरी, सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग, भरमौर।