हक के लिए बुलंद की आवाज
संवाद सहयोगी, चंबा : मिड-डे मील वर्कर्स व आंगनबाड़ी यूनियन के सदस्यों ने मांगों के समर्थन में
संवाद सहयोगी, चंबा : मिड-डे मील वर्कर्स व आंगनबाड़ी यूनियन के सदस्यों ने मांगों के समर्थन में बुधवार चंबा में आवाज बुलंद की। उन्होने नारेबाजी कर मांगों को पूरा करने की मांग उठाई।
इसके बाद मिड-डे मील व आंगनबाड़ी यूनियन के सदस्य मांगों के समर्थन में चंबा के उपायुक्त हरिकेश मीणा से मिले। उन्होंने उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा।
उन्होने बताया कि कार्यकर्ता सरकारी स्कूलों में काम करती हैं। स्कूल लगने से पहले आती हैें और छुट्टी के बाद घर जाती हैं लेकिन सरकार इन्हें अपना कर्मचारी नहीं मानती है। वह अपने गुजारे के लिए दूसरा काम भी नहीं कर पाती। उन्हें जो मानदेय मिलता है वह बेहद कम है। ऐसे में परिवार का गुजारा नहीं होता है। लंबे समय से वेतन में बढ़ोतरी करने व सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने की मांग की जा रही है लेकिन सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि यहां तक सरकार द्वारा घोषित उन्हें न्यूनतम वेतन तक नहीं दिया जा रहा है। गर्मियों की छुट्टियों में उन्हें कुछ भी नहीं मिलता। इस कारण जीवन दूभर हो रहा है।
उन्होंने सरकार से माग की है कि जल्द उन्हें न्यूनतम वेतन दिया जाए तथा उन्हें पक्का करने के लिए कदम उठाया जाए।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हरियाणा राज्य की तर्ज पर 8500 रुपये वेतन प्रतिमाह दिया जाए। इसके अलावा मिनी आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ताओं को भी पांच हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाएं। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पेंशन की भी मांग की है। इसके अलावा मिड-डे मील वर्कर्स ने वेतन संबंधित समस्याओं को पूरा करने की मांग की। उन्होंने मांग की है कि उन्हें प्रतिमाह 6300 रुपये वेतन दिया जाए। इसके अलावा उन्हें दस माह की बजाय बारह माह का वेतन दिया जाए।