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संतुलित आहार कुपोषण से बचने का एकमात्र इलाज

फोटो सहित- संवाद सहयोगी चंबा आंगनबाड़ी केंद्र निचली धड़ोग ऊपरी धडोग हटनाला चौंतड़ा तथा रामगढ़ के सयुंक्त तत्वावधान में पोषण अभियान के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय चंबा में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान युवाओं व किशोरियों को सही पोषण सफाई व्यवस्था एनीमिया सबंधी विभिन्न जानकारियां प्रदान की

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Mar 2019 03:18 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 03:18 PM (IST)
संतुलित आहार कुपोषण से बचने का एकमात्र इलाज
संतुलित आहार कुपोषण से बचने का एकमात्र इलाज

संवाद सहयोगी, चंबा : आंगनबाड़ी केंद्र निचली धड़ोग, ऊपरी धड़ोग, हटनाला, चौंतड़ा व रामगढ़ के लिए पोषण अभियान के अंतर्गत राजकीय महाविद्यालय चंबा में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में युवाओं व किशोरियों को सही पोषण, सफाई व्यवस्था, एनीमिया संबंधी जानकारी दी गई। सहायक प्रो. अविनाश ने एनीमिया के लक्षण व दुष्प्रभाव बताए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अराधना, सीमा, अनीता, मंजू, नीलम व प्रो. अविनाश ने कहा जब व्यक्ति को उसकी शारीरिक आवश्यकता के अनुसार उपयुक्त मात्रा में सभी तत्व नहीं मिलते हैं, तो उसके कारण शरीर की वृद्धि, विकास तथा क्रियाशीलता पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है, इसे कुपोषण कहा जाता है। सही पोषण न मिलने से रक्तहीनता, कमजोरी, थकान, मासपेशियों का ढीला होना व घेंघा रोग हो सकता है। पर्याप्त व संतुलित आहार ही कुपोषण से बचने का एकमात्र इलाज है। महिलाओं, बच्चों व बीमार लोगों को विशेषकर सही पोषण की जानकारी व कुपोषण के दुष्प्रभाव का पता होना अति आवश्यक है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को विशेष तौर पर सही खान-पान व संतुलित आहार की जानकारी दी गई। सभी लोगों को स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सही खान पान ही अच्छे स्वास्थ्य की आधारशिला होती है। पोषण युक्त भोजन करने से शरीर तथ दिमाग को ताकत मिलती है।

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