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Fake Aadhaar Card: दिल्ली, उत्तराखंड, MP व हरियाणा के आपरेटरों ने बनाए 45 हजार फर्जी आधार कार्ड, पांच गिरफ्तार

हिमाचल में कंपनी द्वारा आधार कार्ड बनाने के लिए रखे गए आपरेटरों को तैनाती देने से पहले प्रशिक्षण दिया गया था। आपरेटरों को आधार कार्ड बनाने के लिए आइडी बनाई गई। आपरेटरों के आंख व अगूंठे की स्कैनिंग की गई थी।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaPublished: Thu, 20 Apr 2023 04:45 AM (IST)Updated: Thu, 20 Apr 2023 04:45 AM (IST)
Fake Aadhaar Card: दिल्ली, उत्तराखंड, MP व हरियाणा के आपरेटरों ने बनाए 45 हजार फर्जी आधार कार्ड, पांच गिरफ्तार
फर्जी आधार कार्ड मामला: दिल्ली, उत्तराखंड, MP व हरियाणा के आपरेटरों ने बनाए 45 हजार फेक Aadhaar, पांच गिरफ्तार

चंबा, जागरण संवाददाता। बंगाल में हिमाचल ही नहीं, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश व हरियाणा के आपरेटरों की आइडी से भी फर्जी आधार बनाए गए हैं। इसका पता बंगाल से गिरफ्तार किए आरोपित नूरुल हक गांव इंगलिश, डाकघर मई शेल, जिला मुर्शिदाबाद से हुई पूछताछ में चला है। आरोपित से 12 लैपटाप बरामद हुए हैं। इन आइडी से किस राज्य में कितने आधार कार्ड बने हैं, पुलिस इसकी जांच कर रही है।

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आरोपित आधार कार्ड बनाने वाले आपरेटरों की जाली आइडी बनाकर अज्ञात लोगों के कार्ड बना रहा था। पांच दिन तक पुलिस रिमांड पर रहने के बाद उसे बुधवार को जमानत मिली। पुलिस ने इस मामले में बंगाल से एक और व्यक्ति को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

अब तक इस फर्जीवाड़े में चंबा पुलिस पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। आगामी दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। आधार कार्ड क्लोनिंग मामले के तार देश के कई राज्यों में जुड़े हैं। गिरोह ने करीब 45000 फर्जी आधार कार्ड बनाए हैं।

ऐसे सामने आया था फर्जी आधार कार्ड मामला

हिमाचल में कंपनी द्वारा आधार कार्ड बनाने के लिए रखे गए आपरेटरों को तैनाती देने से पहले प्रशिक्षण दिया गया था। आपरेटरों को आधार कार्ड बनाने के लिए आइडी बनाई गई। आपरेटरों के आंख व अगूंठे की स्कैनिंग की गई थी। आरोप है कि कंपनी ने आंख व अंगूठे की क्लोनिंग कर अलग से डाटा तैयार कर शातिरों को बेच दिया। इस आइडी को चलाने के लिए आपरेटर के पंजीकृत मोबाइल नबंर पर ओटीपी आता था।

कंपनी द्वारा सभी आपरेटों को आदेश जारी किए गए कि रोजाना अपनी आइडी खोलने से पहले जो ओटीपी उनके मोबाइल पर आएगा, उसे तुंरत कंपनी के कर्मचारी से साझा करना होगा। आपरेटरों द्वारा ओटीपी शेयर करने के बाद कंपनी द्वारा उस ओटीपी को शतिरों को भेज दिया जाता था। ओटीपी पहुंचने के बाद उसकी आइडी से दूसरे राज्यों में आधार कार्ड बनना शुरू हो जाते थे।

एसपी चंबा अभिषेक यादव ने कहा कि आधार कार्ड आपरेटरों की आइडी से भी फर्जी आधार मामले में चंबा पुलिस ने बंगाल से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जबकि एक अन्य व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, उसे पांच दिन रिमांड के बाद बुधवार को कोर्ट से जमानत मिल गई है।


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