अंधेरे में सर्द रातें काटने को 800 गांव मजबूर
अंधेरे में सर्द रातें काटने को
जागरण टीम,भरमौर/सलूणी/तीसा :
बारिश व बर्फबारी से बिजली लाइनें टूटने से अंधेरे में डूबे तीसा, भरमौर व सलूणी उपमंडल के गांवों में 800 में सात दिन बाद भी उजाला नहीं हो पाया है। हालात यह हैं कि तीसा व भरमौर उपमंडल को बिजली आपूर्ति करने वाली 33केवी लाइन ही अभी तक दुरुस्त नहीं हो पाई हैं। इस कारण दोनों उपमंडलों के मुख्यालय सहित पूरा इलाका अंधेरे में हैं, जबकि सलूणी उपमंडल के करीब तीन सौ गांवों में बिजली गुल है। बिजली बोर्ड प्रबंधन की मानें तो तीसा व भरमौर में बिजली बहाली में अभी तक एक सप्ताह का ओर समय लग सकता है।
भारी बर्फबारी के कारण तीसा व भरमौर उपमंडल को बिजली आपूर्ति करने वाली 33केवी मेन लाइन को काफी नुकसान पहुंचा है। इस मेन लाइन के जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है, जो कि अभी तक दुरुस्त नहीं हो पाई है, जिस कारण तीसा के 120 और भरमौर के 150 ट्रांसफार्मर बंद पडे़ हुए हैं। इन उपमंडलों की 33केवी मेन लाइन के ठीक होने के बाद ही ट्रांसफार्मरों से बिजली बहाली की बात कही जा रही है। बिजली न होने से जहां इन उपमंडलों के सरकारी कार्यालयों में कामकाज ठप होकर रह गया है वहीं लोगों को भी सर्द रातें दीये व अलाव की रोशनी में काटने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसके अलावा बर्फबारी के कारण सलूणी उपमंडल में भी बिजली बोर्ड के करीब 100 ट्रांसफार्मर अभी तक बंद चले हुए हैं, जिसके चलते उपमंडल के तीन सौ गांवों में अभी तक अंधेरा छाया हुआ है। हालांकि उपमंडल मुख्यालय में बिजली आपूर्ति बहाल होना राहत की बात है।
बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने का काम जारों पर
बिजली बोर्ड का फील्ड स्टाफ बर्फबारी से बिगड़ी व्यवस्था की बहाली को लेकर काम छेड़े हुए है मगर बर्फबारी से लाइनों को हुए नुकसान के चलते इसे पटरी पर लाने मुश्किलें आ रही हैं। बर्फबारी से हुए नुकसान की भरपाई को लेकर काम जारी है। तीसा व भरमौर उपमंडल में बिजली बहाली को लेकर कार्य किया जा रहा है। जिला के सभी गांव में बिजली बहाली को लेकर कार्य जोर-शोर से किया जा रहा है।
विजय कुमार शर्मा, मुख्य अभियंता बिजली बोर्ड धर्मशाला।