बाबा साहेब ने दिया शिक्षित होने, संगठित होने व संघर्ष करने का मंत्र
डलहौजी संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के जन्मदिवस पर रविवार को डलहौजी कैंट के वाल्मीकी मंदिर में भीमराम आंबेडकर युवक क्लब की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, डलहौजी : संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के जन्मदिवस पर रविवार को डलहौजी कैंट के वाल्मीकी मंदिर में भीमराम आंबेडकर युवक क्लब की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर उपमंडलाधिकारी (नागरिक) डलहौजी डॉ. मुरारी लाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। समारोह में पधारने पर क्लब के पदाधिकारियों ने मुख्यातिथि का स्वागत किया व उन्हें स्मृति चिह्न भेंटकर व टोपी पहनाकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहेब के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करके की गई। इस अवसर पर अपने संबोधन में मुख्यातिथि एसडीएम डॉ. मुरारी लाल ने कहा कि बाबा साहेब जैसे व्यक्ति विरले ही पैदा होते हैं, जो कि समाज को एक दिशा देते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने समाज को शिक्षित होने, संगठित होने व संघर्ष करने के तीन मूलमंत्र दिए। शिक्षित व्यक्ति जहां अपने परिवार को साधन संपन्न बना सकता, वहीं अपने हक के लिए आवाज बुलंद करने के साथ-साथ समाज हित में कार्य करने व आपसी समरसता के साथ सामाजिक विकास में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकता है। उन्होंने लोगों से बाबा साहेब के बताए मार्ग का अनुसरण करने का आह्वान किया। इसके उपरांत चंबा से आए हुए वक्ताओं तिलक हितैषी व विजय कुमार ने भी बाबा साहेब के जीवन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर एसडीएम द्वारा केक भी काटा गया। कार्यक्रम में अवतार सिंह वालिया व अनिल सूद सहित अन्य कई विशिष्ट अतिथि, क्लब के सदस्य व काफी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद थे।