बेजुबान हैं ..सदन में कौन बनेगा हमारी आवाज
मिथुन ठाकुर चंबा बेबसी मेरी तूझे कभी नजर आती नहीं समझता सब हूं पर बोला पाता नहीं स्वा
मिथुन ठाकुर, चंबा
बेबसी मेरी तूझे कभी नजर आती नहीं
समझता सब हूं पर बोला पाता नहीं
स्वार्थ की पूर्ति के बाद बेघर किए बेजुबान शायद यही बताना चाहते हैं। बीच सड़क पर बैठकर मानो अपना विरोध भी जता रहे हों कि हम बेजुबानों को अब तो खूंटे से बांध लो। अपने लिए रिहायश ढूंढते बेसहारा पशु सड़कों पर पड़े रहते हैं और अब गिने-चुने गोसदनों में भी उनके लिए जगह नहीं।
जिला चंबा में बेसहारा पशुओं का यही हाल है। ताजा स्थिति पर आएं तो अब जिला में ऐसा कोई इलाका नहीं है, जहां बेसहारा पशु न दिखते हों। इनकी बढ़ती तादाद हादसों सबको डराने लगी है। इन दिनों चंबा-तीसा मार्ग पर नए बालू पुल से लेकर सरोल तक बेसहारा पशु बैठे रहते है। इनकी मौजूदगी वाहन चालकों को परेशान कर देती है और हमेशा दुर्घटना होने की आशंका रहती है। किसानों के लिए ये किसी आफत से कम नहीं हैं।
हल चाहते हैं पर आंकड़ा तक नहीं
उपमंडल सलूणी, भटियात, भरमौर, डलहौजी सहित अन्य उपमंडलों में काफी तादाद में बेसहारा पशु हैं। चंबा शहर भी इनसे अछूता नहीं हैं। भले ही इनकी शहर में संख्या कम हो लेकिन अब यह बढ़ी समस्या बनने लगे हैं। स्थानीय निकाय भी इस समस्या का समाधान करना चाहते हैं। हैरानी की बात है कि जिले में बेसहारा पशु कितनी तादाद में है, स्थानीय निकायों के पास इनका आंकड़ा तक नहीं है। दावे किए जा रहे हैं इनकी गिनती करेंगे।
समस्या बड़ी और गिने-चुने गोसदन
जिला चंबा में वर्तमान समय में छह गोसदन सक्रिय हैं। इनमें करीब 173 बेसहारा पशुओं को रखा गया है। जिला मुख्यालय चंबा में दो गोसदन चल रहे हैं। इसके अलावा उपमंडल भरमौर, डलहौजी तथा भटियात में भी गोसदन चल रहे हैं। इनमें से नैनीखड्ड के समीप ठाने नाला में सर्वाधिक करीब 60 गायों को संरक्षण प्रदान किया गया है। छह गोसदन बेसहारा पशुओं के आगे छोटे पड़ रहे हैं।
मंजीर में निर्माणाधीन है गोसदन
बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के उद्देश्य से उपमंडल सलूणी के तहत मंजीर पंचायत में गोसदन निर्माणाधीन है। इसमें 250 बेसहारा पशुओं को आश्रय दिया जाएगा। इसके काम में तेजी लाई जा रही है।
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बेसहारा पशुओं को सहारा देने के उद्देश्य से जिला चंबा के मंजीर में गोसदन का निर्माण करवाया जा रहा है। इसके अलावा पंचायत स्तर पर गोसदनों के संचालन के लिए योजना बनाई जा रही है। लोगों से अपील है कि पशुओं को बेसहारा न छोड़ें।
डीसी राणा, उपायुक्त चंबा।