साहो के सरकारी कार्यालयों में अभी तक नहीं लगीं बायोमीट्रिक
साहो में कई सरकारी कार्यालयों सहित स्कूल हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर में अभी तक बायोमीट्रिक नहीं लगाई गई है, जिनमें लगाई गई हैं, उनमें से कई स्थान पर मशीन खराब पड़ हुई है, जिसे दुरुस्त करने के लिए कोई भी उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है।
लापरवाही
- पुराने तरीके से ही कर्मचारी लगा रहे हाजिरी, रिकॉर्ड नहीं हो पा रहा पुख्ता
- लोगों ने सरकार व प्रशासन से की मशीनें लगाने की मांग
संवाद सहयोगी, साहो : साहो में कई सरकारी कार्यालयों सहित स्कूल हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर में अभी तक बायोमीट्रिक ही नहीं लगाई गई हैं। वहीं, जहां पर बायोमीट्रिक लगाई गई हैं, उनमें से कई स्थानों पर मशीनें खराब पड़ी हैं, जिसे दुरुस्त करने के लिए कोई भी उचित कदम नहीं उठाया जा रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहो में कहने को तो बायोमीट्रिक लगवाई गई हैं, लेकिन वह कुछ समय से खराब पड़ी है जिस कारण पुराने तरीके से ही यहां पर कर्मचारी हाजिरी लगा रहे हैं। इसी तरह साहो स्कूल में लगाई गई बायोमीट्रिक भी बंद पड़ी है। जबकि, अन्य कई सरकारी कार्यालयों में बायोमीट्रिक नहीं लगाई गई है। लोगों का कहना है कि बायोमीट्रिक लगाए जाने से आधुनिक तरीके से हाजिरी लगती है, जिसका रिकॉर्ड काफी पुख्ता होता है। किसी अन्य तरीके से हाजिरी लगाने में इतनी पारदर्शिता नहीं हो सकती है। गत माह उच्च शिक्षा उपनिदेशक द्वारा जिला के एक स्कूल का निरीक्षण किया गया था। जहां पर प्रधानाचार्य द्वारा पहले ही अगले दिन की हाजिरी लगा दी गई थी, जबकि वह स्वयं उस दिन स्कूल नहीं पहुंचा था। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि बायोमीट्रिक आज के दौर में कितनी जरूरी हो गई है। हर सरकारी कार्यालय में बायोमीट्रिक होना जरूरी है। यह आज के समय की मांग है। यदि रजिस्टर पर हाजिरी लगानी हो तो उसमें गड़बड़ भी की जा सकती है। लेकिन, बायोमीट्रिक में कोई भी गड़बड़ नहीं की जा सकती।
रमेश कुमार, निवासी साहो। यदि सरकारी कार्यालयों व स्कूलों में बायोमीट्रिक लगवाई जाती है तो फरलू मारने वाले कर्मचारियों पर शिकंजा कसेगा। इसलिए जल्द सभी कार्यालयों और स्कूलों में बायोमीट्रिक की व्यवस्था की जाए, ताकि कर्मचारी ड्यूटी में कोई कोताही न बरत सकें।
कुलदीप कुमार, निवासी साहो। कई स्कूलों तथा कार्यालयों में लगाई गई बायोमीट्रिक काफी समय से बंद पड़ी हुई हैं। इन्हें दुरुस्त करवाने के लिए जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाए, क्योंकि इनका वर्तमान समय में बंद होने के कारण इस्तेमाल नहीं हो रहा है। खराब मशीनों को जल्द दुरुस्त करना चाहिए।
मो¨हद्र कुमार, निवासी साहो। लोग बायोमीट्रिक लगवाने की मांग इसलिए कर रहे हैं, ताकि सभी कर्मचारियों की जवाबदेही तय हो। जब सभी कार्यालयों में बायोमीट्रिक लगेंगी तो उसके बाद कर्मचारियों का फरलू मारना मुश्किल हो जाएगा। सरकार को इस संबंध में कदम उठाना चाहिए।
ओमप्रकाश, निवासी साहो। बायोमीट्रिक लगवाने का एक लाभ यह होगा कि कर्मचारी बिना वजह बाहर नहीं जा पाएंगे। इससे कार्यालयों में कार्य करवाने पहुंचने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। लोगों की मांग है कि जल्द इस कार्य को अंजाम दिया जाए, ताकि उन्हें परेशान न होना पड़े।
दरबारी, निवासी साहो। सभी सरकारी विभागों व स्कूलों में बायोमीट्रिक को लगाना चाहिए। आज के दौर में जब यह सुविधा उपलब्ध है तो फिर इसका इस्तेमाल आज दिन तक क्यों सभी सरकारी कार्यालयों व स्कूलों में नहीं किया जा रहा है, हैरानी की बात है।
सुरेंद्र कुमार, निवासी साहो। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साहो में बायोमीट्रिक खराब होने के बारे में जानकारी मिली है। जल्द ही इसे दुरुस्त करवा दिया जाएगा, ताकि यहां पर कर्मचारियों को पुराने तरीके से हाजिरी न लगानी पड़े।
डॉ. वाईडी शर्मा, सीएमओ चंबा। सरकारी कार्यालयों व स्कूलों में बायोमीट्रिक नहीं होने का मामला ध्यान में लाया गया है। जल्द ही इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे, ताकि कार्यालयों में व्यवस्था को और बेहतर बनाया जा सके।
पवन नैय्यर, सदर विधायक चंबा।