चाइल्ड लाइन संस्था ने छह माह में निपटाए 189 मामले
ने आए हैं। शर्मा ने बताया कि इन मामलों में 95 प्रतिशत का निपटारा कर लिया गया है जबकि शेष पांच प्रतिशत को लेकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीते छह माह में योजनाओं का लाभ न मिलने के 59 मामले बाल शोषण के 60 मामले बाल मजदूरी के 6 नौकरी के लिए घर से भागने के 2 स्कूल में शिक्षकों द्वारा पिटाई का 1 भावनात्मक समर्थन और मार्गदर्शन के 13 परिवार संबंधी 7 स्वास्थ्य से अयोग्य के 4 अगवाह करने का एक मामलापंचायत रिर्काड में नाम न होने का एक शादी रुकवाने के 9 मामले समेत अन्य मामलों को दर्ज किया गया है। कपिल शर्मा ने बताया कि वैसे तो बीते कुछ व
संवाद सहयोगी,चंबा : चाइल्ड लाइन संस्था केवल बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि उनके अभिभावकों, शिक्षकों और समाज ही एक व्यक्ति के लिए है। कोई भी व्यक्ति चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 में सूचना देकर किसी भी जरूरतमंद बच्चे की सहायता कर सकता है। यह बात मंगलवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए चाइल्ड लाइन चंबा समन्वयक कपिल शर्मा ने कही। उन्होंने बताया कि चंबा में बीते छह माह में चाइलड लाइन ने 189 मामलों का निपटारा किया है। इसमें सबसे अधिक मामले अब तक मार्च में सामने आए हैं।
उन्होंने बताया कि इन मामलों में 95 प्रतिशत का निपटारा कर लिया गया है जबकि शेष पांच प्रतिशत को लेकर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीते छह माह में योजनाओं का लाभ न मिलने के 59 मामले, बाल शोषण के 60 मामले, बाल मजदूरी के छह, नौकरी के लिए घर से भागने के दो, स्कूल में शिक्षकों द्वारा पिटाई का एक, भावनात्मक समर्थन और मार्गदर्शन के 13, परिवार संबंधी सात, स्वास्थ्य से अयोग्य के चार, अगवाह करने का एक मामला, पंचायत रिकॉर्ड में नाम न होने का एक, शादी रुकवाने के नौ मामले समेत अन्य मामलों को दर्ज किया गया है। कपिल शर्मा ने बताया कि वैसे तो बीते कुछ वर्षों से चाइल्ड लाइन द्वारा जिले के हर क्षेत्र में कार्य किया गया है लेकिन आज भी जिले पांगी व भरमौर के ऊपरी क्षेत्रों से चाइल्ड के समक्ष मामलों की कमी है। अगर लोग जागरूक होंगे तो वहां भी टीम मुस्तैदी से कार्य करेगी। कपिल ने कहा कि जिले में बच्चों के खिलाफ हो रहे अपराधों पर रोक लगाने के लिए बच्चों व जिले के लोगों का जागरूक होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि जिले के हर सावर्जनिक स्थलों जैसे अस्पताल, सरकारी बसों, सरकारी व निजी स्कूलों, होटलों, बस अड्डों, महाविद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों आदि में चाइल्डलाइन का लोगो और संदेश लगाना आवश्यक है ताकि आवश्यकता टोल फ्री नंबर पर सूचना प्राप्त हो और बच्चों की सहायता की जा सके। इस अवसर चाइल्ड लाइन सदस्य काजू राम, चमन सहित कई अन्य उपस्थित रहे।