Move to Jagran APP

Chamba: फायर सीजन शुरू होते ही वन विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियां की रद्द, जंगलों को आग से बचाएंगी कमेटियां

फायर सीजन के लिए वन विभाग तैयार है। फायर सीजन से निपटने के लिए वन विभाग ने अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। रेंज स्तर पर टीमों का गठन किया गया है जो दिन-रात जंगलों की रखवाली के लिए गश्त करेंगी। (फाइल फोटो)

By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkPublished: Wed, 29 Mar 2023 04:57 PM (IST)Updated: Wed, 29 Mar 2023 04:57 PM (IST)
Chamba: फायर सीजन शुरू होते ही वन विभाग ने कर्मचारियों की छुट्टियां की रद्द, जंगलों को आग से बचाएंगी कमेटियां
जंगलों को आग से बचाएंगा वन विभाग

सुरेश ठाकुर, चंबा: फायर सीजन शुरू होने पर वन विभाग ने अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। फायर सीजन से निपटने के लिए रेंज स्तर पर टीमों का गठन किया गया है। जो दिन-रात जंगलों की रखवाली के लिए गश्त करेंगी। हर टीम पेट्रोलिंग करने के उपरांत वन परिक्षेत्र अधिकारी के कार्यालय में अपनी रिपोर्ट देगी। जहां पर पेट्रोलिंग की जानकारी वनमंडल अधिकारी के पास जाएगी। फायर सीजन में जंगलों और जानवरों को बचाने के लिए इस बार वन विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली हैं।

loksabha election banner

95 कर्मचारी व अधिकारी तैनात

साथ ही वन मंडल स्तर पर भी वनरक्षकों सहित अन्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द की गई हैं। आपातकालीन होने पर ही कर्मचारी छुट्टी ले पाएंगे। साथ ही जिला में वनों को आग से बचाने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। वन विभाग ने वृत से रेंज स्तर पर कमेटियों का गठन किया है, जो वनों में लगने वाली आग की मॉनिटरिंग करेंगी। सर्किल लेवल पर जो कमेटी गठित की गई है उसमें पांच कर्मचारी रखे गए हैं, जबकि मंडल स्तर पर बनी पांच कमेटियों में 19 व रेंज स्तर पर बनी 17 कमेटियों के लिए 95 कर्मचारी व अधिकारी तैनात किए गए हैं। कमेटियों पर मुख्य अरण्यपाल, वन मंडल अधिकारी, रेंज अधिकारी व डिप्टी रेंजर नजर रखेंगे। इसके अलावा विभाग को जंगलों में आग पर काबू पाने के लिए फायर टेकर्स व फायर बीटी समेत अन्य उपकरण उपलब्ध करवाए गए हैं। इनसे आग पर काबू पाने में मदद मिलेगी।

बनाई गई तीन किलोमीटर फायर लाइन

जिला में 4620 स्क्वेयर किलोमीटर जंगल हैं। इसमें 292.95 स्क्वेयर किलोमीटर चीड व 5370 स्क्वेयर किलोमीटर चौड़ी पत्ती वाले जंगल हैं। 7.5 प्रतिशत जंगल अति संवेदनशील हैं, जबकि 50 संवेदनशील व 138 कम संवेदनशील हैं। इन जंगलों को आग से बचाने के लिए नई फायर लाइनें भी बनाई गई हैं। जंगलों में 65 के करीब फायर लाइनें बनी है, जो 172 किलोमीटर जंगलों के लिए सक्रिय की गई हैं। चंबा शहर के ऊंचाई वाले जंगलों में तीन किलोमीटर फायर लाइन बनाई गई है। इस बार वनों को आग से बचाने के लिए पहले से अधिक पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

मोबाइल फोन वर्किग मोड में रखने के आदेश

फील्ड स्टाफ तुरंत डीएफओ को देगा जानकारीजिले के जंगलों में आग लगने की घटना की सूचना फील्ड स्टाफ को डीएफओ कार्यालय में देनी होगी। साथ ही आग लगने की जानकारी भी तुरंत प्रदान करनी होगी। अरण्यपाल वन वृत्त चंबा ने अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। फायर सीजन को लेकर वन विभाग ने पुख्ता प्रबंध किए हैं। फील्ड में तैनात कर्मचारियों को मोबाइल फोन वर्किग मोड में रखने के आदेश भी दिए गए हैं और हर कॉल का जवाब देने के लिए कहा गया है। सीएफ कार्यालय ने दो टूक कहा है कि कार्य में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जंगल में रात्रि गश्त करेगी मंडल की टीम

फायर सीजन में जिला चंबा में आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए सभी मंडलों में नाइट पैट्रोलिंग करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। डीएफओ की अगुवाई में हर मंडल में एक-एक टीम का गठन किया जाएगा। सीएफ चंबा ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। आदेश में साफ कहा गया है कि मंडल की टीम अपने-अपने अधीन आने वाले जंगल में रात्रि गश्त करेगी। इस दौरान यदि कोई व्यक्ति आग लगाते हुए पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई जाए।

जिला में अप्रैल माह में फायर सीजन आरंभ हो जाएगा। इसके लिए वन विभाग ने पूरी तैयारियां है। जिला के वनों को आग से बचाने के लिए वृत से रेंज स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया है। साथ ही फायर सीजन में सभी कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द करने के आदेश जारी कर दिए है।

-उपासना पटियाल, सीसीएफ, चंबा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.