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कोरोना महामारी के बीच परीक्षाएं करवाना गलत

एसएफआइ इकाई चंबा ने कोविड-19 के इस दौर में परीक्षाएं न कराने के संबंध में महाविद्यालय प्रधानाचार्य के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Jul 2020 04:53 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2020 04:53 PM (IST)
कोरोना महामारी के बीच परीक्षाएं करवाना गलत
कोरोना महामारी के बीच परीक्षाएं करवाना गलत

संवाद सहयोगी, चंबा : एसएफआइ इकाई चंबा ने कोविड-19 के इस दौर में परीक्षाएं न कराने के संबंध में महाविद्यालय प्रधानाचार्य के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। परिसर सह सचिव रहमतुल्ला ने कहा प्रदेश में कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में किसी भी तरह की परीक्षा करवाना छात्रों की सेहत के साथ खिलवाड़ करना है। एसएफआइ सरकार से मांग करती है कि छात्रों की परीक्षाएं न ली जाएं और उनके पिछले रिकार्ड के आधार पर सभी छात्रों को प्रमोट किया जाए। एसएफआइ परीक्षा करवाने के फैसले का कड़ा विरोध करती है।

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परिसर उपाध्यक्ष प्रेम लाल ने बताया कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक की पुस्तकों के मूल्य में 100 फीसद वृद्धि का फैसला किया जोकि छात्र हित के खिलाफ है। इस पुस्तक मूल्य वृद्धि का सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। कोविड- 19 महामारी ने एक तरफ लोगों की आर्थिक स्थिति खराब कर दी है, दूसरी तरफ सरकार भी लगातार महंगाई बढ़ाए जा रही है। एसएफआइ इस फैसले का विरोध करती है और मांग करती है कि जल्द से जल्द इस फैसले को वापस लिया जाए अन्यथा छात्र समुदाय को इकट्ठा करके आंदोलन किया जाएगा।


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