चंबा-भरमौर एनएच पर थमी वाहनों की रफ्तार
तीन दिन पूर्व हुए हिमपात के बाद भरमौर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई है। क्षेत्र के संपर्क मार्ग तो बंद हैं ही, राष्ट्रीय उच्च मार्ग 154ए पर भी यातायात बहाल नहीं हो पाया है। हिमपात के कारण पहले दो दिन खड़ामुख-भरमौर मार्ग पर गाड़ियां नहीं चल पाईं। मंगलवार को सुबह लाहल से चंबा के लिए बसें निकल रही रही थीं तो एनएच ने दोपहर तीन बजे के करीब लाहल खड़ामुख सड़क वाले हिस्से में ब्ला¨स्टग कर इस मार्ग पर यातायत ठप कर दिया, जिस सड़क मार्ग पर घंटों वाहनों की कतारें लगी रहीं। पिछले तीन दिनों से बसें भरमौर बस अड्डा तक नहीं पहुंची। यात्रियों को बस में चढ़ने के लिए भरमौर से लाहल व
संवाद सहयोगी, भरमौर : तीन दिन पूर्व हुए हिमपात के बाद भरमौर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर गई है। क्षेत्र के संपर्क मार्ग तो बंद हैं ही, राष्ट्रीय राजमार्ग 154ए पर भी यातायात बहाल नहीं हो पाया है। हिमपात के कारण पहले दो दिन खड़ामुख-भरमौर मार्ग पर गाड़ियां नहीं चल पाईं। मंगलवार को सुबह लाहल से चंबा के लिए बसें चल रही थीं तो एनएचएआइ ने दोपहर तीन बजे के करीब लाहल खड़ामुख सड़क वाले हिस्से में ब्ला¨स्टग कर मार्ग बाधित कर दिया, जिस कारण सड़क पर घंटों वाहनों की कतारें लगी रहीं। पिछले तीन दिनों से बसें भरमौर बस अड्डा तक नहीं पहुंची। यात्रियों को बस में चढ़ने के लिए भरमौर से लाहल व खड़ामुख तक टैक्सियों के माध्यम से यात्रा करनी पड़ी। बाधित स्थल पर यात्रियों ने एचएचएआइ अधिकारियों से ब्ला¨स्टग के संदर्भ में पूछा तो उन्हें कहा गया कि निर्धारित समयावधि में ब्ला¨स्टग के लिए प्रशासन से अनुमति ली गई है।
सवारियों का कहना है कि सड़क को चौड़ा करने के लिए कार्य करना आवश्यक है, लेकिन ब्ला¨स्टग के लिए यह समय अनुचित है, क्योंकि दोपहर तीन बजे के बाद भरमौर मुख्यालय के लिए लंबे रूट की करीब 12 बसें निकलती हैं। बसों के समय पर न पहुंच पाने के कारण दूरदराज के लोगों को रात भर भरमौर मुख्यालय में आश्रय लेना पड़ता है। ब्ला¨स्टग के लिए समय में उचित परिवर्तन किया जाना चाहिए। उधर, इस बारे में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पृथीपाल ¨सह ने कहा कि एनएचएआइ अधिकारियों को लोगों की सुविधा का ध्यान रख कर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि दोपहर के समय लोगों को सफर करने में अधिक दिक्कतों का सामना न करना पड़े।