त्यारी पुल के पास धंसी सड़क, खतरे में झडौता गांव
त्यारी पुल के पास सड़क का 300 मीटर हिस्सा मूसलाधार बारिश के कारण जमींदोज हो गया है, जिससे झडौता गांव को खतरा हो गया है।
- 300 मीटर हिस्सा मूसलाधार बारिश के कारण त्यारी पुल के पास जमींदोज हो गया है
- 09 दिन के बाद लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी शुरू करने आए थे काम करने
संवाद सहयोगी, पांगी : खड़ामुख-होली मार्ग पर त्यारी पुल के पास धंसे मार्ग की जद में होली पंचायत का झडौता गांव भी आ गया है। लगातार जमीन धंसने और पानी का रिसाव होने के कारण ग्रामीणों की जमीन में दरारें आ गई हैं। एक मकान पूर्व में इसी की जद में आकर क्षतिग्रस्त हो चुका है। लिहाजा त्यारी पुल के पास सड़क बहाली के कार्य को भी ग्रामीणों ने वीरवार को रोक दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि नुकसान की जिम्मेदारी लेने के लिए कोई अधिकारी तैयार हो जाता है तो वह सड़क बहाली के कार्य के बीच में नहीं आएंगे।
पिछले सप्ताह हुई मूसलाधार बारिश के कारण त्यारी पुल के पास मार्ग का करीब तीन सौ मीटर हिस्सा जमींदोज हो गया है। वहीं, नौ दिन के बाद लोक निर्माण विभाग ने त्यारी पुल के पास सड़क बहाली का कार्य आरंभ किया, लेकिन इस बीच ग्रामीणों ने काम को रुकवा दिया। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क खोलने के लिए भूमि की कटाई की जा रही है। इसके चलते झडौता गांव और ग्रामीणों की जमीन के भूस्खलन की जद में आने का खतरा भी बढ़ जाएगा। चूंकि यहां पर सड़क धंसने के बाद ऊपर तक दरारें आ गई हैं, वहीं एक ग्रामीण का मकान भी क्षतिग्रस्त हो चुका है। उनका कहना है कि अगर सरकार, प्रशासन या अधिकारी ग्रामीणों के मकान, जमीन और सेब बगीचों का नुकसान न होने की जिम्मेदारी लेते हैं तो वे उन्हें सडक निर्माण के लिए भूमि की क¨टग करने का कोई एतराज नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि इस बारे में लोक निर्माण विभाग व प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर अगर दलदल की स्थिति बंद हो जाती है, तो उसी सूरत में कार्य आरंभ किया जाए।
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ग्रामीणों ने कार्य को बंद करवाया है। मार्ग को बहाल करने के लिए विभाग पूरी कोशिश कर रहा है। मगर ग्रामीणों का तर्क है कि मार्ग से मलबा धंसने से गांव को खतरा हो गया है।
अजय नाग, एसडीओ लोक निर्माण विभाग मंडल भरमौर।