वर्षा के कारण मणिमहेश यात्रा पर दो दिन रोक
जिला चंबा में दो दिन से लगातार भारी वर्षा के कारण जिला प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा पर दो दिन के लिए रोक लगा दी है।
संवाद सहयोगी, चंबा : जिला चंबा में दो दिन से लगातार भारी वर्षा के कारण जिला प्रशासन ने उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा पर दो दिन के लिए रोक लगा दी है। यात्रा पर 21 व 22 अगस्त को रोक रहेगी। प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा पर निकले यात्रियों से भी आगे बढ़ने के बजाय सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो।
चंबा के उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि दो दिन से जिला के विभिन्न क्षेत्रों में भारी वर्षा हो रही है। इस कारण कई जगह भूस्खलन, पहाड़ी दकरने, पत्थर गिरने व डंगे गिरने के साथ नालों व खड्डों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है। चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी कई जगह भूस्खलन व पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। भरमौर के प्रघाला नाला में भूस्खलन जारी है। शनिवार सुबह भूस्खलन होने से काफी मलबा सड़क पर पहुंच गया। जोखिम लेकर आगे बढ़ रहे दो श्रद्धालुओं को इस स्थान को पार करते समय पत्थर से हल्की चोटें आई हैं। मौसम विशेषज्ञों ने दो दिन तक भारी वर्षा की आशंका जताई है। इस कारण खतरे की आशंका व यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए दो दिन तक मणिमहेश यात्रा को स्थगित किया गया है। यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर तैनात टीमों को भी आदेश जारी कर श्रद्धालुओं को आगे न जाने देने के लिए कहा गया है। मार्ग में जा रहे श्रद्धालुओं से भी सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है। शाम सात बजे से सुबह 5:30 बजे तक नहीं जा पाएंगे भरमौर से हड़सर
संवाद सहयोगी, भरमौर : मणिमहेश यात्री अब देर शाम सात बजे से लेकर सुबह 5:30 बजे तक भरमौर से हड़सर नहीं जा पाएंगे। प्रशासन ने प्रंघाला नाला के समीप सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण अब रात के समय श्रद्धालुओं की मणिमहेश यात्रा में आवाजाही पर रोक लगा दी है। उपायुक्त डीसी राणा ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर निर्धारित किए गए समय के दौरान किसी भी प्रकार के वाहन या पैदल यात्रा की अनुमति नहीं होगी। उपायुक्त ने सभी श्रद्धालुओं से सहयोग का आह्वान किया है।
भरमौर-हड़सर मार्ग पर प्रंघाला नाले के पास अकसर भूस्खलन और पत्थर गिरने का सिलसिला जारी रहता है। भूस्खलन से प्रंघाला में बनाया जा रहा बैली ब्रिज धराशायी हो गया है। इसके बाद यात्रा में किसी प्रकार का विघ्न न पड़े, इसके लिए विभाग की ओर से नाले पर अस्थायी रास्ते का निर्माण करवाया गया था। भारी वर्षा के साथ चट्टानें गिरने से पैदल आवाजाही के लिए बनाया गया मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। मणिमहेश यात्रा के प्रशासनिक तौर पर शुरू होने से पहले ही तीन लोगों की जान चली गई थी। इसलिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने अब रात को मणिमहेश के लिए आवाजाही पर रोक लगा दी है।