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खराब मौसम ने फुलाई पांगीवासियों की सांसे

पांगी घाटी में मौसम के बिगड़े मिजाज ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। वर्तमान समय में सड़क पर वाहनों की रफ्तार थमी हुई है। ऐसे में घाटी से बाहर जाने के लिए लोगों को एकमात्र उम्मीद हवाई उड़ान ही है। लेकिन मौसम के खराब रहने के चलते हवाई उड़ानें घाटी के लिए नहीं हो पा रही है जिस कारण लोग घाटी में फंस कर रह गए हैं। सोमवार को भी पांगी मुख्यालय किलाड़ स्थित हेलीपैड़ से भुंतर तथा चंबा के लिए उड़ान का शेड्यूल तय किया गया था। इसके चलते यात्री हेलीपैड़ पर पहुंच गए थे। चूंकि सुबह के समय मौसम सामान्य था। इसलिए लोगों को लगा कि हवाई उड़ान हो जाएगी। लेकिन

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Jan 2020 05:44 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jan 2020 05:44 PM (IST)
खराब मौसम ने फुलाई पांगीवासियों की सांसे
खराब मौसम ने फुलाई पांगीवासियों की सांसे

संवाद सहयोगी, पांगी : घाटी में मौसम के बिगड़े मिजाज ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। वर्तमान समय में सड़क पर वाहनों की रफ्तार थमी हुई है। ऐसे में घाटी से बाहर जाने के लिए लोगों को एकमात्र उम्मीद हवाई उड़ान ही है, लेकिन, मौसम के खराब रहने के चलते हवाई उड़ानें घाटी के लिए नहीं हो पा रही है, जिस कारण लोग घाटी में फंस कर रह गए हैं। सोमवार को भी पांगी मुख्यालय किलाड़ स्थित हेलीपैड़ से भुंतर तथा चंबा के लिए उड़ान का शेड्यूल तय किया गया था। इसके चलते यात्री हेलीपैड पर पहुंच गए थे। चूंकि, सुबह के समय मौसम सामान्य था। इसलिए लोगों को लगा कि हवाई उड़ान हो जाएगी, लेकिन, एकदम से मौसम के करवट बदलने के साथ ही घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया, जिसके चलते एक बार फिर से हवाई उड़ान की आस टूट गई तथा यात्रियों को निराश होकर घर वापस लौटना पड़ा। गौरतलब है कि घाटी में भारी बर्फबारी के बाद से यातायात व्यवस्था ठप पड़ी हुई है। ऐसे में स्थानीय लोग मात्र हवाई उड़ान पर ही निर्भर हैं, लेकिन लोगों को घाटी से बाहर निकलने का एक मात्र विकल्प हवाई उड़ान भी नहीं हो पा रही है। ऐसे में सैकड़ों यात्रियों सहित अस्पताल से रेफर किए गए मरीज फंस गए हैं। क्षेत्रीय अस्पताल किलाड़ मरीजों को चंबा कुल्लू के लिए रेफर किया गया है। हवाई उड़ान न होने के कारण यह मरीज किलाड़ में ही जिदगी की जंग लड़ रहे हैं। स्थानीय लोगों अनिल कुमार, संजय कुमार, दलीप सिंह, कुशल कुमार, वीर सिंह, प्यार सिंह, कमर सिंह, अनंत कुमार, प्रिया दत्त, अमर देई, जानकी देवी सहित अन्य लोगों का कहना है जनवरी का महीना पूरा होने वाला है। लेकिन, घाटी के लिए एक भी हवाई उड़ान नहीं करवाई गई है। अगर सरकार उड़ाने नहीं करवा सकती हैं तो क्षेत्रीय अस्पताल किलाड़ में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती करे। शनिवार, रविवार को मौसम साफ होने के बाबजूद भी सरकार ने कोई उड़ान नहीं करवाई। गत वर्ष भी घाटी के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। इस साल भी वही हाल है। भुंतर-किलाड़, किलाड़-चंबा, चंबा-किलाड़ और किलाड़-भुंतर के लिए हवाई उड़ानों का शेड्यूल था। लेकिन, मौसम की खराबी के कारण उड़ानें नहीं हो पाई। मौसम साफ होने पर ही उड़ानें संभव हैं।

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विश्रुत भारती, उपमंडल अधिकारी पांगी।


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