चालकों की दो टूक, नहीं चलाएंगे खटारा एंबुलेंस
ककीरा, चूड़ी, भरमौर, साहो, किलाड़, कलसूंई व किहार क्षेत्र में चलने वाली 15 एंबुलेंस खराब चल रही है। जिनकी मरम्मत न होने के कारण सभी एंबुलेंस खड़ी हो गई हैं। ऐसे में चालकों ने कहा है कि जब तक एंबुलेंस की हालत में सुधार नहीं होता, वे एंबुलेंस नहीं चलाएंगे।
संवाद सहयोगी, चंबा : जिला में कार्यरत 108 व 102 एंबुलेंस कर्मचारियों ने एंबुलेंस की हालत ठीक न होने पर उपायुक्त हरिकेश मीणा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से खटारा हो चुकी 108 एंबुलेंस की सूची सौंपी गई। कर्मचारियों ने बताया कि जिला की 16 एंबुलेंस की हालत काफी खराब हो गई है। वहीं, एंबुलेंस खराब होने का जिम्मा चालक पर डाल दिया जाता है। उन्होंने बताया कि तीसा, सलूणी, चंबा, ककीरा, चूड़ी, भरमौर, साहो, किलाड़, कलसूंई व किहार क्षेत्र में चलने वाली 15 एंबुलेंस खराब चल रही हैं। इनकी मरम्मत न होने के कारण सभी एंबुलेंस खड़ी हो गई हैं। इसके अलावा संचालक कंपनी पर कर्मचारियों ने प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया है।
चालकों ने कहा कि जब तक एंबुलेंस की हालत में सुधार नहीं होता, वे एंबुलेंस नहीं चलाएंगे। इससे एंबुलेंस स्टाफ और मरीज दोनों की जान को खतरा है। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, एमडी एनएचएम शिमला, सीएमओ चंबा, स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार व एसपी डॉ. मोनिका को भेजी गई।
एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष मोहम्मद रफी, महासचिव धीरज कुमार समेत अन्य कार्यकारिणी सदस्यों राजेंद्र और अशोक कुमार ने बताया कि कंपनी प्रबंधन खटारा हो चुकी एंबुलेंस को जबरदस्ती पास करवा रही है। उन्होंने बताया कि एंबुलेंस की खस्ता हालत के बारे में कर्मचारी पहले भी सीएमओ चंबा को अवगत करवा चुके हैं, लेकिन कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं। एंबुलेंस की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि उन्हें चलाना खतरे से खाली नहीं है।