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Himachal का एक ऐसा गांव जहां आजादी के बाद भी संघर्ष कर रहे लोग, बिजली..पानी की समस्या से जूझ रहे लोग

Himachal चुनाव के दौरान वोट मांगने के लिए सभी पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता गांव में आते हैं लेकिन बाद में कोई भी उनकी समस्याएं सुलझाने के लिए नहीं आता है। कई बार प्रदेश सरकार से सड़क का निर्माण करने की मांग कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghPublished: Sat, 29 Apr 2023 08:34 AM (IST)Updated: Sat, 29 Apr 2023 08:34 AM (IST)
Himachal का एक ऐसा गांव जहां आजादी के बाद भी संघर्ष कर रहे लोग,  बिजली..पानी की समस्या से जूझ रहे लोग
हिमाचल का एक ऐसा गांव जहां आजादी के बाद भी संघर्ष कर रहे लोग

पांगी, कृष्ण चंद राणा। आकांक्षी जिला चंबा के जनजातीय विकास खंड पांगी की पंचायत सैचुनाला के करीब 11500 फीट की ऊंचाई पर जीवन यापन कर रहे चस्क भटोरी गांव के लोगों को आजादी के बाद भी कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है। यहां के लोग बिजली, सड़क, यातायात, स्वास्थ्य व शिक्षा सहित सभी सुविधाओं से वंचित हैं। हाल ही में हुए भारी हिमपात ने चस्क भटोरी के लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। करीब दो सप्ताह से यहां बिजली नहीं है।

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इस गांव का रास्ता भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त होने से इस पर चलना मुश्किल हो रहा है। अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेज पा रहे हैं। वीरवार को भी चस्क भटोरी में करीब एक फीट तक हिमपात हुआ है, जिसने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। स्थानीय लोगों कमला देवी, नुरबू राम, वीना देवी, शेर सिंह, राम सिंह, हिमराज, भीम सिंह, मीना कुमारी व विनदेई ने कहा कि प्रदेश में चाहे जिस भी पार्टी की हो लेकिन कोई भी उनके गांव की समस्या का समाधान नहीं कर रही है।

वोट मांगने पहुंचते है नेता पर काम नहीं होता

चुनाव के दौरान वोट मांगने के लिए सभी पार्टियों के नेता व कार्यकर्ता गांव में आते हैं लेकिन बाद में कोई भी उनकी समस्याएं सुलझाने के लिए नहीं आता है। कई बार प्रदेश सरकार से सड़क का निर्माण करने की मांग कर चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बिजली कभी-कभी आती है। अधिकतर समय समय अंधेरे में रहना पड़ता है। उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह से चस्क भटोरी के लिए जल्द सड़क का निर्माण करने व बिजली व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की है।

ऊंचाई पर जीवन यापन कर रहे लोग

ग्रामीण करीब 11500 फीट की ऊंचाई पर जीवन यापन करते हैं। सड़क सुविधा न होने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सरकार प्रमुखता से गांव के लिए सड़क का निर्माण करे। -नुरबू राम, निवासी चस्क भटोरी।

चस्क से चसक भटोरी गांव की दूरी करीब 10 किलोमीटर है। सड़क निर्माण के लिए आज तक प्रस्ताव नहीं बनाया गया। सोचा था कि चस्क भटोरी में बस के दर्शन होंगे लेकिन जो हालात हैं उससे ऐसा नहीं लग रहा कि होंगे। -यांकी देवी, निवासी चस्क भटोरी।

चस्क भटोरी गांव किलाड़ से करीब 55 किलोमीटर दूर है लेकिन आजादी के बाद भी सड़क सुविधा से वंचित है। सरकार से मांग है कि चस्क भटोरी गांव को सड़क से जोड़ा जाए। -सुरेश कुमार, निवासी चस्क भटोरी।

चस्क भटोरी में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। सड़क न होने से लोगों को आवाजाही करने में कई दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। सड़क नहीं होगी तो पर्यटक भी यहां तक कैसे पहुंचेंगे। -अमर सिंह, निवासी चस्क भटोरी।

चस्क तक सड़क का निर्माण किया गया है। इससे आगे भूमि विवाद के कारण काम रुका हुआ है। आवासीय आयुक्त के कार्यभार संभालने पर इस विषय पर उनसे चर्चा कर कोई हल निकाला जाएगा। -सतीश कुमार राणा, बीडीसी सदस्य, सुण-सैचुनाला।


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